दैनिक केसरिया हिन्दुस्तान पंकज जैन
अम्बाह। मुरैना/अंबाह -जहां पूर्व मुरैना व चंबलांचल को कुख्यात के नाम से जाना जाता था वहीं दूसरी ओर अंचल को विख्यात और सुप्रसिद्ध दिलाने वाले शूरवीर भी यहां पैदा होते रहे हैं जहां एक ओर पहले भारतीय सेना से सेवा देने वाले पान सिंह तोमर दद्दा हों ,,, व अन्य वहीं दूसरी ओर अंबाह प्रखंड के गांव “रुअर के कुंअर” सपूत अमर शहीद विवेक सिंह तोमर (शौर्य चक्र) अंचल व प्रदेश का नाम राष्ट्रीय स्तर पर विख्यात कर रहे हैं अंचल को व अपने नाम को शहीदों की श्रंखला में स्वर्णिम अक्षरों में अंकित कर रहे हैं हम आपको बता दें अमर शहीद विवेक सिंह तोमर 5 राज रिफ में तैनात रहते हुए ग्लेशियर पर 18300 फीट ऊंचाई पर तैनाती पर सवार थे। ग्लेशियर पर तैनाती के दौरान -52 डिग्री पर उन्होंने बर्फीले क्षेत्र में हीटिंग पॉइंट पर रूम के अंदर से धुआं उठता हुआ देखा उन्होंने तुरंत मौके की गंभीरता को देखते हुए अन्य साथियों की जान जोखिम में ना हो और भारतीय सेना और भारतीय संपदा को किसी प्रकार की क्षति न हो जिससे भारतीय सेना की छवि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर धूमिल हो, रुम में घुसकर पास में रखे गोला बारूद को सुरक्षित बचाने के उद्देश्य व साथियों को बाहर निकाल और फिर से कोई आवश्यक सामग्री व साथी अंदर फंसा तो नहीं देखने के लिए अंदर चले गए अधिक धूंआ होने और सांस न लेने व श्वास नली में धुआं समाने से, ऑक्सीजन लेवल कम होने से उनकी हालत बिगड़ी इसके उपरांत उन्हें उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां 11 जनवरी 2023 दोपहर एक बजे वीर सैनिक न जीवन से जंग हारकर वीरगति को प्राप्त हुए उनकी वीरता को देखते हुए 23 अप्रैल 2023 को गजट नोटिफिकेशन जारी करते भारत सरकार ने अंचल के लाल को शौर्य चक्र के लिए उनका नाम अंकित किया गया और 5/जुलाई 2024 को महामहिम राष्ट्रपति द्रोपती मूर्मू के हाथों वीरांगना को शौर्य चक्र दिया गया तो वहीं भारतीय सेना के द्वारा उनके सम्मान में ग्लेशियर पर एक प्रवेश द्वार का नाम भी उनके नाम पर रखा बनाया गया है जिसका नाम विवेक द्वार रखा गया है जो अंचल के लिए व प्रदेश के लिए गौरवान्वित महसूस करा रहे हैं।