डॉ संजय जोशी दैनिक केसरिया हिंदुस्तान
उज्जैन। अनंत कोटि ब्रह्मांड नायक देवाधिदेव महादेव अर्थात बाबा श्रीमहाकाल की अवंतिका नगरी उज्जैन में विश्व विख्यात नौ दिवसीय महाशिवरात्रि पर्व के उल्लासमय आयोजन की संपन्नता के बाद अब महारिसेप्शन की तैयारी यहां शुरू हो चुकी है। श्री महाकाल शयन आरती भक्त परिवार उज्जैन द्वारा आयोजित यह महारिसेप्शन का 25वां वर्ष है, जो कि रजतोत्सव के रूप में भी मनाया जा रहा है। आगामी 6 मार्च को स्थानीय हरसिद्धि मंदिर के पीछे, नरसिंह घाट के समीप धर्मशाला में होने वाले इस अनूठे आयोजन में देश–प्रदेश ही नहीं, विदेशों से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु भक्त प्रसाद ग्रहण करने एवं विवाहोत्सव की रस्म में भाग लेने हेतु शामिल होते हैं। आयोजन से जुड़े श्री महाकाल शयन आरती के विद्वान पुजारी डॉ दिनेश गुरूजी इसी क्रम में विगत दिनों प्रयागराज जाकर त्रिवेणी संगम का अमृत जल लेकर आए, जिससे महाशिवरात्रि के दिन ही विशेष रुप से बाबा श्रीमहाकाल का अभिषेक किया था। साथ ही इसी जल के मिश्रण से महारिसेप्शन के प्रसाद में छप्पन भोग भी बन रहे हैं। शुद्ध देसी घी के इन छप्पन भोग प्रसाद में पुड़ी, सब्जी, नूक्ति, खोपरा पाक, चक्की, रायता, भजिए, सेव सहित अनेक प्रकार के स्वादिष्ट मीठे नमकीन व्यंजन शामिल होंगे। दिनेश गुरुजी ने इस आयोजन में शामिल होने के लिए अयोध्या स्थित श्रीराम मंदिर में भगवान रामलला एवं पुजारीवृंद परिवार को भी आमंत्रण दिया था। अखिल भारतीय महाकाल भक्त मंडल के पंडित रमण त्रिवेदी एवं डॉ दिनेश गुरुजी ने कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि महारिसेप्शन की पत्रिका प्रकाशन कर भक्त परिवार मंडल की टीम ने उज्जैन के श्रीचिंतामन गणेश मंदिर में प्रथम निमंत्रण दिया। साथ ही उज्जैन शहर भर में विभिन्न देवी–देवताओं एवं नगरवासियों को पीले चावल देकर निमंत्रण का क्रम जारी है। डॉ दिनेश गुरुजी के मुताबिक महारिसेप्शन की पत्रिका में शिव परिवार के गणेश, कार्तिकेय, रिद्धि-सिद्धि, अशोक सुंदरी इत्यादि के नाम अंकित है। उन्होंने बताया कि 5 मार्च की सुबह 10 बजे गणपति पूजन होगा। दोपहर 2 बजे महिलाएं हल्दी एवं मेहंदी कार्यक्रम करेगी तथा अगले दिन 6 मार्च, गुरुवार की शाम 5 बजे शुभ लग्न की रस्म होगी। इससे पूर्व दोपहर में 1 बजे नगरकोट से बैंड बाजे, डीजे, ढोल नगाड़ों के साथ शिवजी की बारात निकलेगी। शिवजी नंदी पर विराजमान होकर बारात में शामिल होंगे। स्वांग धरे भूत, प्रेत, पिशाचिनी, साकीनी, दाकिनी नृत्य करते हुए साथ चलेंगे। पुजारी रमण त्रिवेदी ने बताया कि आयोजन के सफलतापूर्वक संचालन हेतु विभिन्न कमेटियों का गठन कर भक्त मंडल परिवार के पदाधिकारियों, सदस्यों को जिम्मेवारियां सौंपी गई है। मुख्य रूप से राजेश अग्रवाल, महेंद्र कटियार, चंद्रशेखर वशिष्ठ, अजय कर्पे, खेमसिंह तोमर, दुर्गा यादव एवं राहुल तिलवे के संयोजन में विविध तैयारियों के कार्य संपादित हो रहे हैं।