आशीष शर्मा दैनिक केसरिया हिंदुस्तान
सनावद-नगर पालिका में कार्यरत दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों व स्थाई कर्मचारियों को नियमित वेतन ना मिलने का मामला हल नहीं हो पा रहा है। इसके लिए कर्मचारियों ने कई बार आवेदन, निवेदन, ज्ञापन व आंदोलन का सहारा लिया, लेकिन हर बार नपा की खराब वित्तीय स्थिति का हवाला देकर टाल दिया गया। पिछले तीन माह से वेतन का इंतजार कर रहे कर्मचारियों का गुस्सा फूटा। वे अपनी समस्या लेकर विधायक सचिन बिरला के पास पहुंचे। विधायक ने शुक्रवार देर शाम नपा में पार्षदों, नपा अध्यक्ष, सीएमओ, अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ दैनिक वेतन भोगी व सफाई कर्मचारियों को चर्चा के लिए बुलाया। वेतन ना देने को लेकर सीएमओ से जानकारी चाही। विधायक ने कहा • कर्मचारियों को वेतन नहीं मिल रहा है, यह एक गंभीर – समस्या है। सीएमओ राजेंद्र मिश्रा ने वेतन ना देने का कारण बताते हुए कहा कि शासन की ओर से 60 लाख – रुपए चुंगी राशि मिलती है, जो कम है। इसमें से 25 लाख रुपए बिजली बिल, पेंशन व अन्य मद में जाते है। 463 कर्मचारी काम करते हैं, जिनका वेतन करीब – 76 लाख रुपए प्रतिमाह बनता है। 35 लाख रुपए में से – वेतन का भुगतान कैसे किया जाए। यदि चुंगी की राशि 75 लाख रुपए मिले तो थोड़ी राहत मिल सकती है। करीब 360 दैनिक वेतन भोगी व 103 नियमित कर्मचारी है। टैक्स की वसूली नहीं हो पाती है।
ज्यादा कर्मचारियों से पड़ रहा है अतिरिक्त भार
कर्मचारियों की वेतन संबंधी समस्या को लेकर नपा अध्यक्ष प्रतिनिधि इंदर बिरला ने कहा जो कर्मचारी ईमानदारी से काम करते हैं और उन्हें वेतन समय पर नहीं मिल पाता है, उसके लिए पीड़ा है। लेकिन बकाया टैक्स की वसूली नहीं हो पाती है। करीब 2 करोड़ रुपए वसूली होनी चाहिए, जो नहीं हो पाती है। चुंगी की राशि कम है। विकास कर की वसूली से पूर्ति करने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन वो भी नियमित रूप से वसूल नहीं किया जा रहा। जबकि शासन के आदेशानुसार वर्ष 2016 के बाद से काम पर पर लगे कर्मचारियों को हटाने का प्रस्ताव है, लेकिन किसी भी कर्मचारी को ना हटाते हुए उन्हें काम के साथ वेतन भी दिया जा रहा है। लेकिन 160 कर्मचारियों के चलते अधिक भार पड़ रहा है। लेकिन सभी को प्राथमिकता से काम व वेतन भी दे रहे हैं। यदि सभी कर्मचारी व प्रभारी वसूली पर ध्यान दे तो समस्या का हल हो सकता है।
सख्ती से टैक्स की करें वसूली, आनाकानी करें तो नोटिस दें
अवैध कॉलोनियों को वैध करने के निर्देश के बाद उन कॉलोनियों से भी विकास कर की वसूली की जाए। किस कॉलोनाइजर से कितना शुल्क बकाया है है उसकी सूची बनाकर दें ताकि उन लोगों से बात कर राशि वसूल की जाए। बिना दबाव कार्रवाई हो। यदि कोई टैक्स देने में आनाकानी करता है उसे नोटिस दिया जाए व कार्रवाई की जाए। अवैध नल कनेक्शनों पर सख्ती से कार्रवाई कर उन्हें वैध कर राशि वसूल करें। टैक्स की बकाया राशि की वसूली व उसके बाद नियमित वसूली से वित्तीय स्थिति में सुधार हो सकता है। विधायक ने कहा व्यवस्थाएं सुधारने में थोड़ा समय लगेगा। हर कर्मचारी को समय पर वेतन का भुगतान हो इसके लिए सख्ती से सभी निर्देशों का पालन हो। यदि कर्मचारी पूरी लगन व ईमानदारी से वसूली करें तो नपा की आय में इजाफा हो सकता है। कर्मचारियों को आश्वासन देते हुए कहा एक माह में वेतन संबंधी समस्या का निराकरण होगा। इसके लिए सतत मॉनिटरिंग की जाएगी।