दिनेश शुक्ला दैनिक केसरिया हिंदुस्तानी
आलोट के कुबरेश्वर धाम पर सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा का समापन हुआ। कथा वाचक पंडित दीपक उपाध्याय ने इस दौरान विभिन्न महिलाओं के चरित्र का वर्णन किया।अंतिम दिन भगवान कृष्ण और सुदामा के मिलन का मंचन किया गया। इस दृश्य ने श्रोताओं को भावुक कर दिया। कथा के साथ सात कन्याओं के विवाह और तुलसी विवाह का आयोजन भी किया गया।पंडित उपाध्याय ने अपने प्रवचन में कहा कि केवल भगवा धारण करना ही पर्याप्त नहीं है। भक्ति का भाव होना भी जरूरी है। उन्होंने बताया कि जीवन में दुख और सुख दोनों आते हैं। कोई भी व्यक्ति भगवान से दुख नहीं मांगता, फिर भी वह आ जाता है। इसी तरह सुख भी जीवन का हिस्सा बनता है।कार्यक्रम के अंतिम दिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु, विशेषकर महिलाएं कथा पंडाल में पहुंचीं। कुबरेश्वर धाम सेवा समिति द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में भंडारे का भी आयोजन किया गया।