दैनिक केसरिया हिन्दुस्तान पंकज जैन
अंबाह। सोरों से अंबाह लेकर आएं केदारनाथ की थीम पर बनी कावड़ का महाशिवरात्रि पर सिद्धक्षेत्र किशरोली में 108 हर हर महादेव मंदिर पर जलाभिषेक किया गया। साथ ही सभी ने 108 शिवलिंग मंदिर पर महारुद्राभिषेक किया। इस दौरान लोगों ने कांवड़ के साथ सेल्फी ली और तस्वीरें खिंचवाईं। साथ ही कावड़ लेकर आएं कांवड़ियों को सम्मानित किया गया। ये रंग बिरंगी कांवड़ जहां से गुजरी वहां देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। जानकारी के अनुसार 23 फरवरी को रात्रि 02 बजे हर हर महादेव टीम किशरोली धाम के 30 युवाओं के जत्था ने केदारनाथ थीम की 125 किलो की विशाल कावड़ लेकर 210 किमी की दूरी सोरों गंगा घाट से, सिध्दक्षेत्र किशरोली धाम, अंबाह तक महज 44 घंटे में पूरी की। सिद्धक्षेत्र किशरोली धाम, अंबाह में शिवरात्रि पर पहुंचे हजारों श्रद्धालु भी इस कावड़ को अपने अपने फोन में कैद करते दिखाई दिए। लोगों ने कांवड़ के साथ सेल्फी ली और तस्वीरें खिंचवाईं। साथ ही कावड़ लेकर आएं कांवड़ियों को सम्मानित किया गया। रविवार को शाम 07 बजे अंबाह शहर में इस विशाल कावड़ का आगमन हुआ। शहर के प्रमुख बाजारों में जगह-जगह कांवड़ यात्रा का स्वागत किया गया। सोरों से 30 श्रद्धालाुओं का जत्था जल भरकर सिद्धक्षेत्र किशरोली धाम अंबाह लेकर आया। बोल बम के जयकारों के साथ कांवड़ियों के जत्थे ने केदारनाथ मंदिर रूपी आकर्षक और अदभुत कांवड़ का सोमवार को शिवरात्रि पर जलाभिषक किया। कांवड़ियों की टोली में सरयूदास महाराज, विद्याराम दीक्षित, भूरा गुदेनिया, पिंकी मिश्रा , नीरज उपाध्याय, विजय उपाध्याय, मंटोली शर्मा, अमित व्यास, रोहित चौधरी, शिवा शर्मा, आकाश शुक्ला, बीटू मिश्रा, कालू थापक, अंकित शर्मा, लवला पंडित, दीपक शर्मा, योगेश तिवारी, सचिन कटारे, विष्णु शर्मा, अमन शास्त्री, गौरव पाराशर, अजय शर्मा, हिमांशु त्रिपाठी, योगेश तिवारी, विक्की शर्मा, भूपेंद्र शुक्ला, पिल्ली श्रीवास, राजू शर्मा, राधे, कुनाल थापक, शिवम शर्मा, भोला शर्मा, गगन शर्मा, हर्षू गुदेनिया सहित अन्य युवा शामिल रहे।
35 हजार रुपये की लागत से बनी 125 किलो की कावड़ आकर्षक कांवड़
केदारनाथ मंदिर रूपी कांवड़ के अंदर बाबा भोलेनाथ का शिवलिंग स्थापित किया हुआ हैं। सोरों गंगा घाट से अंबाह कावड़ लेकर आएं श्रद्धालुओं ने बताया कि इस कांवड़ का वजन लगभग 125 किलो है। जिसे थर्माेकोल से तैयार किया गया है। इसे बनाने में तकरीबन 35 हजार रुपया खर्च का लागत लगा है। साथ ही इसे बनाने में करीब 15 दिन का समय लगा था। साथ ही यह कावड़ 08 फीट ऊंची और 06 फीट चौड़ी थी।