आज माननीय केंद्रीय जल शक्ति मंत्री श्री सी. आर. पाटिल जी के गरिमामय आतिथ्य में गुजरात के सूरत में आयोजित ‘जन्मभूमि से कर्मभूमि’ ‘जल संचय-जनभागीदारी-जनआंदोलन’ कार्यक्रम में सहभागिता की। मुझे अपार प्रसन्नता और संतोष है कि जल संरक्षण को पुण्य कर्म मानते हुए ‘नदियों के मायका’ मध्यप्रदेश में संचालित ‘जल गंगा संवर्धन अभियान’ सहित विभिन्न जनभागीदारी पहलों से जल संचयन और संरक्षण की दिशा में व्यापक परिवर्तन हुए हैं।
आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के दूरदर्शी नेतृत्व का ही सुफल है कि जल संरक्षण को राष्ट्रीय प्राथमिकता बनाने का संकल्प साकार हो रहा है। हम सभी भारत को जल संरक्षण का वैश्विक प्रतीक बनाने के ध्येय के साथ Reduce, Reuse, Recharge & Recycle मंत्र को आत्मसात करते हुए ‘जल-सुरक्षित भविष्य’ हेतु सतत गतिशील हैं।
इस अवसर पर गुजरात के मा. मुख्यमंत्री श्री भूपेंद्र पटेल जी, राजस्थान के मा. मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा जी और बिहार के मा. उपमुख्यमंत्री श्री सम्राट चौधरी जी सहित अन्य गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे।