डीएपी खाद की कमी से किसान बर्बादी की कगार पर बीज का आलू हुआ बर्बाद किसानों में आक्रोश किया प्रदर्शन
केसरिया हिन्दुस्तान मोहित यादव लव
एटा जनपद में डी ए पी खाद की हो रही भारी किल्लत के कारण किसान बर्बादी की कगार पर खड़ा है।खाद की भारी कमी के कारण किसानों को गहरी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इस समय आलू की बोवाई का समय है, और किसानों को डीएपी खाद की आवश्यकता है। लेकिन किसानों को सहकारी समितियों से पर्याप्त मात्रा में खाद उपलब्ध नहीं हो पा रही है। जिसके कारण किसानों का आलू का बीज बर्बाद हो रहा है।
इस गंभीर समस्या की एक झलक आवगड़ में देखने को मिली, जहाँ सैकड़ों किसानों का आलू का बीज सड़ गया। आक्रोशित किसानों ने सहकारी समिति पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कहा कि समिति के अधिकारियों ने कई दिनों पहले अंगूठे लगवा लिए थे।लेकिन खाद अब तक नहीं मिली है। गुस्साए किसानों ने सड़े हुए आलू के बीज को जीनावली के सहकारी खाद विक्रय केंद्र के गोदाम पर फैला दिया।
जिनावली स्थित सहकारी खाद विक्रय केंद्र पर सडा हुआ बीज का आलू लेकर पहुंचे किसान बृजेश सिंह ने बताया की 10 से 11 किस ऐसे हैं जिनके फिंगरप्रिंट लगवा लिए गए हैं लेकिन अभी तक उनको डीएपी खाद मुहैया नहीं हो पाई।दस दिन बीत चुके हैं ।सचिव को फोन किया गया लेकिन बात ही नहीं हो पाई और न ही खाद मिल पाई।बुआई के लिए पड़ा आलू तब तक सड़ चुका है।किसान बर्बाद हो गए हैं।अब तो आत्महत्या ही करनी पड़ेगी।
मामले पर किसान नेता शिव प्रताप सिंह ने प्रतिक्रिया देती हुए इस मुद्दे पर समिति के सचिव पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि सचिव गरीब किसानों के अंगूठे तो पहले ही लगवा लेता है, लेकिन खाद देने में आनाकानी कर रहा है। आरोप है कि डीएपी खाद की कालाबाजारी की जा रही है, और इसके चलते किसानों की मेहनत और धन दोनों बर्बाद हो रहे हैं।
इस मसले पर जिला प्रशासन की चुप्पी से किसानों में निराशा और आक्रोश का माहौल है। भारतीय किसान यूनियन के नेताओं ने चेतावनी दी है कि यदि जिला प्रशासन ने किसानों की समस्याओं का समाधान जल्द नहीं किया, तो वे बड़े स्तर पर आंदोलन करने को मजबूर होंगे।
सहकारी समिति पर किसानों के प्रदर्शन करने के मामले पर AR COPRRETIVE सतीश कुमार से जब बातचीत की गई तो उन्होंने बताया मामला संज्ञान में मामले की जांच कराई जा रही है।कहकर फोन काट दिया।