संवाददाता विपिन पटेल तेंदूखेड़ा
तेंदूखेड़ा-इन दिनों तेंदूखेड़ा गाडरवारा सड़क मार्ग के बीच प्रतिदिन अंधी रफ्तार में दौड़ रहे सैकड़ों की संख्या में हाईवा कंटेनर जान लेवा सिद्ध हो रहे हैं।आये दिन खून से सनती सड़कें और बाहनों की टूट-फूट लोगों का जख्मी होना अब आम बात हो गई है। कुछ ही समय पूर्व हीरापुर के एक प्रतिष्ठित कृषक को कंटेनर ने हमेशा हमेशा के लिए मौत की नींद सुला दिया है इसी विषय को लेकर मुख्य सड़क मार्ग पर हीरापुर के निकट चक्काजाम कर प्रशासन को चेता दिया था प्रशासन ने भी पीड़ित वर्ग को आश्वस्त किया था कि इन अंधी रफ्तार में दौड़ने वाले वाहनों पर लगाम लगा दी जायेगी। लेकिन अब पुनः वही स्थिति सड़कों पर देखने को मिलने लगी है। मंगलवार की शाम को एक यात्री बस को कट मारकर कंटेनर फरार हो गया था।गनीमत रही कि बस में जितने भी यात्री सवार थे सभी बाल बाल बच गए।दस यात्रियों में चार को ज्यादा चोटें आई और हाथ पैरों में टूट फूट हुई है शेष को चोटें है।बस ने बाल बाल बचाने के प्रयास तो खूब किये यदि बस सामने से भिड़ती तो मौके पर गंभीर स्थिति निर्मित हो सकती थी। कंटेनर बस को खाई में गिरती देख फरार भी हो गया।
*बड़े आंदोलन की बन रही योजना*
गौरतलब रहे कि तेंदूखेड़ा से गाडरवारा तरफ जाने वाले सड़क मार्ग पर एन टी पी सी की राखड़ भरकर सैकड़ों की संख्या में कंटेनर हाइवा इस सड़क मार्ग से दिन-रात अंधी रफ्तार में दौड़ रहे हैं। चूंकि इनकी रफ्तार के आगे छोटे बाहन चालक दूर से ही बाजू में अपनी रफ़्तार धीमी कर खड़े हो जाते हैं। साथ साथ पीछे तरफ से आने वाले वाहनों को क्रासिंग साइड देने में इन भारी बाहनों की मनमानी चला करती है।इनकी गतिविधियों पर विराम ना लग पाने की स्थिति में अब क्षेत्रीय लोग पुनः एकजुट हो रहें हैं आने वाले समय में शीघ्र ही एक बड़ा आंदोलन करने की योजना बनाई जा रही है। लोगों का कहना है कि इन कंटेनरों को करेली होकर मुख्य सड़क मार्ग एन एच 44 होकर निकाला जाये। तथा इस मार्ग से निकलने वाले कंटेनरों की रफ्तार कम कराई जाये।