दिल्ली विधान चुनाव की प्रचंड जीत को लेकर मोदी योगी को दी बधाई,केजरीवाल,सपा बसपा पर बरसे डॉक्टर संजय
केसरिया हिन्दुस्तान मोहित यादव लव
भाजपा में बैठे कुछ नेताओं को बताया विभीषण,आगामी चुनाव में भाजपा को जगाने के लिए निकाल रहे अधिकार यात्रा
उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री और निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ संजय निषाद आज एटा जिले के राजा का रामपुर थाना क्षेत्र के खैरपुरा गांव पहुंचे।पार्टी कार्यकर्ता लोकपाल सिंह रिटायर्ड अध्यापक से मिलने डॉक्टर संजय उनके घर पहुंचे जहां उन्होंने जलपान के बाद पत्रकारों को संबोधित किया है। प्रेस वार्ता करते हुए डॉक्टर संजय निषाद ने कहा कि देश संविधान से चलता है।संविधान में एक चीज वर्णित है मजबूत घोड़े और कमजोर घोड़े को एक साथ चना रख दो तो मजबूत घोड़े चना खा जायेगा।संविधान में माना गया मजबूत बाला बेईमान है और कमजोर के लिए संविधान है।संविधान में कमजोरों को आरक्षण की व्यवस्था दी गई है।संविधान के अवसर की प्राप्त करना बड़ी वजह है।जो इस अवसर को प्राप्त नहीं करते वह गरीब रह जाते हैं।इसी तरह का समाज है मछुआरा समाज है।हमारे समाज को लूटा गया है पहले अंग्रेज लूटते रहे। कानून बनाकर हमारे समाज को अंग्रेजों ने लूटा और उन्हें क्रिमिनल कास्ट घोषित किया । सपा बसपा,कांग्रेस ने लूटा हमारे समाज की नौकरिया ,शिक्षा,सुरक्षा पर डाका डाला है ।मछुआरों को बेईमानों ने अनुसूचित जाति से पिछड़ी जाति में शामिल कर दिया। मछुआरों के हक और अधिकार दिलाने के लिए हम लगातार लड़ाई लड़ रहे हैं इसीलिए हम भारतीय जनता पार्टी के सहयोगी दल हैं। भाजपा को यह बताने के लिए हम यात्रा निकाल रहे हैं ।मछली शहर में दिल्ली से लाकर अनुसूचित सीट पर रामचरित्र निषाद चुनाव लड़ सकते है। चौदह राज्यों में चुनाव लड़ सकते है ।उत्तर प्रदेश में भेदभाव क्यों हुआ।तीस सालों से सपा बसपा और कांग्रेस ने हमारी नौकरियों पर डाका डाला है।गैर संवैधानिक तरीके से हमारे समाज को पिछड़े में डाला गया है।जब हमने वर्ष 2015 में आंदोलन किया तब जाकर सुधार किया गया ।इसका परिणाम आज आप मिल्की पुर में देख सकते है दिल्ली में देख सकते हैं।भाजपा निषादों की लड़ाई लड़ रही है इसलिए निषाद आज उनके साथ है जो निषादों के साथ नहीं खड़े हैं निषाद आज उनके साथ नहीं है।मैं तो प्रदेश के मुख्य मंत्री योगी आदित्यनाथ जी का धन्यवाद कहूंगा जो कि आज निषादों की सड़क से लेकर संसद तक आवाज बने और आज हमें प्रमाणिक दस्तावेज दिला दिया आर जी आई ने भी मान लिया है रिपोर्ट को प्रमाणित योगी जी ने करवा दिया है।थोड़ा धैर्य रखिए देश में बड़े बड़े कार्य हुए हैं।बड़े बड़े काम हुए है धारा 370 हटाई गई राममंदिर बन चुका है निषादों का आरक्षण भी होगा 70 साल से जो काम नहीं हो पाए आज भाजपा के साथ रहकर हो रहे हैं।1925 के बाद आज अपर कास्ट वालो का आरक्षण हो पाया है धैर्य रखिए हो जायेगा का एकजुटता का परिचय दीजिए एकजुट होकर वोट दी जाती है तो वह ताकत बनती है मछुआरों और निषादों का भी प्रमाण पत्र जल्द बनेगा।अखिलेश यादव पर तंज कसते हुए डॉक्टर संजय निषाद ने कहा इसी चुनाव आयोग की वजह से 43 सीटें जीते हैं।अगर चुनाव आयोग मरा था या हिमालय पर चला गया था तो 43 सीटें वापस कर दें और बोल दे गलती से दस्तखत हो गया वापस कर दें 43 सीटें तब बात करें और कहें ये बात।मिल्कीपुर लोकसभा सांसद के बयान पर डॉक्टर संजय ने कहा लोकतंत्र में जनता जनार्दन होती है जनता जज होती है।जनता आरोपित कर रही है इनको हटाओ मोदी को लाओ योगी को लाओ इनको रोको जनता इनको रोक रही है तीस साल सत्ता में रहे 10 काम गिनाए जो पिछड़ों के लिए किए हों।बसपा सत्ता में रही दलितों के लिए गिनाए जो किए हों।सत्ता में बैठने के बाद वो ही चंगु मंगू ही दिखाई देते है पी डी ए की बात करते हैं निषादों की बात करो सदन में वहां नहीं बोलते क्यों नहीं बोलते कि 27 प्रतिशत में से 9 प्रतिशत निकाल कर अनुसूचित में शामिल करने की बात क्यों नहीं करते हो सांसद चुनकर गए है निषादों के हितैषी बनते है तो उठाए न उनकी आवाज बताए कि निषादों को हमने निकाल दिया था इन्हें शामिल किया जाए अनुसूचित में उनके मुंह पर ताला लगा दिया गया है सदन में डॉक्टर संजय ही निषादों के हक के लिए बोलेंगे और मैं बोलता रहूंगा ।सवर्णों के आरक्षण पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि सत्तर साल की बिगड़ी व्यवस्था है सुधारने में तोड़ा समय लगेगा।कुछ कमियां खामियां हैं उन्हें सुधारने में थोड़ा समय लगेगा।निषादों का तो केवल परिभाषित करने का मामला है वह नहीं हो पा रहा है उम्मीद है जल्द ही निषादों की समस्या का भी हल निकलेगा।निषादों का लिखा हुआ है केवल परिभाषित किया जाना है।हम निषाद के वंशज है राम के मंदिर बन सकते है हमने राम को पार लगाया है।निषादों को भी सम्मान जरूर मिलेगा मैं तो मोदी योगी को धन्यवाद कहूंगा कि उन्होंने सवर्णों का आरक्षण लागू किया निषादों का भी आरक्षण लागू होगा ।