केसरिया हिन्दुस्तान इसरार व्यूरो पीलीभीत
पीलीभीत- बरखेड़ा। बजाज हिंदुस्तान शुगर मिल लिमिटेड के द्वारा शुक्रवार को नये बर्ष का पेराई सत्र का पटला पूजन के उपरांत शुभारंभ करा दिया गया था। कुछ किसान गन्ना लेकर चीनी मिल पहुंच गये और बैल गाड़ी के किसान को धर्मकांटे पर शाल उढाकार नारियल फोडकर तिलक लगाकर बजाज चीनी मिल के अधिकारियो ने सम्मानित किया। वही जब क्षेत्र के किसानो की जब इसकी भनक लगी तभी क्षेत्र के गन्ना किसानो ने केन यार्ड गेट पर टेन्ट लगाकर चीनी का बिरोध प्रर्दशन शुरू कर दिया और किसानो का आरोप है। जब तक चीनी मिल पिछले बर्ष का 96 करोड गन्ने का भुगतान नही करेगी तब तक किसान गन्ना नही देगे जहा चीनी मिल अधिकारी अंदर चीनी मिल सत्र का शुभारंभ करके जश्न मना रहे थे। जब बाहर गेट पर किसानो का धरना-प्रदर्शन सुना तो चीनी मिल अधिकारियो के हाथ पांव फूल गये। वही चीनी मिल एचआर हेड हरीश जियाला के कारनामो से किसान नाखुश दिखायी दिए वही पूर्व के एचआर हेड अखलेश्वर उपाध्यय ऐसी स्थिति मे किसानो के बीच जाकर उनकी समस्याओ को निपटाने मे आगे रहते थे। जब से हरीश जियाला एचआर हेड बनाये गये है। तब से बजाज हिंदुस्थान शुगर मिल लिमिटेड की मुश्किले कम होने का नाम ही नही ले रही है। हरीश जियाला किसानो साधने मे पूरी तरह नाकाम साबित दिखाई दिए है। वही एचआर हेड हरीश जियाला के कारनामो से गन्ना किसान परेशान दिखायी दिए वही गन्ना किसान पिछला 96 करोड़ बकाया गन्ना भुगतान को लेकर धरना-प्रदर्शन करने मे जुटे हुए दिखाई दिए है। वही किसानो का कहना है। जब तक पिछला गन्ना भुगतान नही किया जायेगा तब तक किसान चीनी मिल को गन्ना नही देगे क्योंकी लम्बे समय से बजाज हिंदुस्थान चीनी मिल गन्ना किसानो का शोषण कर रही है। करोड़ो का बकाया भुगतान दावे बैठी है। जिसके चलते गुस्साए किसानो ने केन यार्ड के गेट के सामने टेंट लगाकर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। जबकि सुप्रीम कोर्ट का आदेश है। 14 दिनो मे किसानो का गन्ने का बकाया भुगतान किया जाये उसके बावजूद भी बजाज चीनी मिल किसानो का भुगतान नही कर रही हैं। जिसके चलते गन्ना किसान लम्बे समय से परेशान दिखाई दिए है। गन्ना किसानो का कहना है। जब तक पिछले सत्र का गन्ने का बकाया 96 करोड भुगतान नही कर दिया जायेगा तब तक नये सत्र मे चीनी मिल को गन्ना नही दिया जायेगा वही गन्ना किसान आनिश्चित कालीन विशाल धरना-प्रदर्शन करते रहेंगे वही एचआर यूनिट हेड हरीश जियाला की लापरवाही के चलते पहले ही दिन चीनी मिल के चलते ही चीनी मिल पर ब्रेक लग गया है। और ना जाने कब तक ब्रेक लगा रहेगा। क्योंकी बरखेड़ा बजाज हिंदुस्थान ग्रुप को चलाने मे एचआर हेड हरीश जियाला पुरी तरह विफल दिखायी दिए क्योंकी उनका व्यवहार किसानो के प्रति ठीक नही है। वही एचआर हेड ने फैक्ट्री के गेटो को अंदर से बंद करा दिया और फैक्ट्री चालू होने के उपरांत से ही आज तक बंद पड़ी है। जिसका खामियाज़ा बजाज हिंदुस्थान ग्रुप पर भुगतना पड रहा है। वही दूसरे दिन शनिवार को भी गन्ना किसान बिरोध प्रर्दशन करते हुए नज़र आये। इस मौके पर परमेश्वरी दयाल गंगवार, ब्रह्मस्वरूप गंगवार, गोपाल दास गंगवार, हेमंत गंगवार, रामदीन गंगवार, नरेश गंगवार, आचार्य जी, विनोद वर्मा, वीरेश गंगवार, आकाश आदि सहित हजारो की संख्या मे गन्ना किसान मौजूद रहे।