नितिन जौहरी दैनिक केसरिया हिंदुस्तान
108 गंगा जल लाकर किया क्षेत्र के जलाशयों में समर्पित
सीहोर। गंगा जल हिंदू धर्म में विशेष धार्मिक एवं आध्यात्मिक महत्व रखता है। इसे पवित्र और मोक्षदायी माना जाता है। महाकुंभ का गंगा जल प्राप्त करना भक्तों के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है। उक्त विचार गुरुवार को शहर के मनकामेश्वर महादेव मंदिर में नगर पालिका के द्वारा हर हर गंगे-हर घर गंगे अनूठी पहल अभियान का आगाज करते हुए नपाध्यक्ष प्रिंस राठौर ने कहे। उन्होंने कहा कि 108 कलशों से गंगा का जल लेकर श्रद्धालु आए है। वहीं कार्यक्रम के दौरान विशेष रूप से भाजपा जिलाध्यक्ष नरेश मेवाड़ा ने कहाकि नपा की पहल सार्थक है। प्रयागराज महाकुंभ का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें हमारे क्षेत्र ही नहीं देश और विदेश के करोड़ों लोगों के साथ साधु-संतों ने आस्था के साथ स्नान किया है। नगर पालिका के द्वारा हर-हर गंगे-हर घर गंगे मां गंगे कलश यात्रा का आयोजन किया गया। इस पहल पर स्थानीय रहवासियों में विशेष उत्साह देखने को मिला। उन्होंने नपा के इस प्रयास के लिये आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम के दौरान स्थानीय रहवासियों और महिलाओं ने हर्षोल्लास के साथ पुष्पवर्षा की और ढोल-नगाड़ों की गूंज से पूरे क्षेत्र को भक्तिमय वातावरण में बदल दिया। कोतवाली चौराहे पर विशेष रूप से कलश यात्रा में शामिल श्रद्धालुओं का विधायक सुदेश राय ने पुष्प वर्षा कर स्वागत किया।गुरुवार की सुबह दस बजे शहर के मनकामेश्वर महादेव मंदिर से प्रयाग राज से आने वाले कलशों को द्वारा पूर्ण विधि-विधान से बैंड बाजे के साथ यात्रा निकाली गई। इसके पश्चात नगर पालिका अध्यक्ष श्री राठौर के अलावा शहर के सभी साधु, संतों और विप्रजनों के द्वारा शहरवासियों की जीवनदायनी सीवन नदी के अलावा महाकुंभ के पानी को वाहनों के द्वारा काहरी डेम, जमोनिया जलाशय के अलावा भगवानपुरा जलाशय में आस्था के साथ समर्पित किया गया। इस निर्णय के आधार पर इस पुनित कार्य को किया गया। बड़ी संख्या में महाकुंभ से विशेष वाहनों से इन कलशों को लाया गया था, वहीं अब जलाशयों के अलावा हर वार्ड के बावडी अन्य जल स्त्रोतों में समर्पित किया जाएगा।इस संबंध में सीएमओ भूपेन्द्र दीक्षित ने बताया कि महाकुंभ के शुभ अवसर पर तीर्थराज प्रयाग से त्रिवेणी संगम के जल का कलश में आगमन हमारें नगर में किया गया है सिद्धपुर के राजा मनकामेश्वर मंदिर में त्रिवेणी जल (गंगा जल) से अभिषेक उपरांत पावन कलश (गंगा जल) का जल नगर के जल स्त्रोत सीवन नदी, जमोनिया जलाशय, काहरी डेम, भगवानपुरा जलाशय एवं नगर के मुख्य जल स्त्रोत में मानव कल्याण हेतु प्रवाह किया जाएगा।