दैनिक केसरिया हिंदुस्तान दीपक बंशपाल
बालाघाट- रानी दुर्गावती शासकीय महाविद्यालय परसवाड़ा के प्राचार्य डा एल एल घोरमारे के मार्गदर्शन एवं कार्यक्रम प्रभारी डॉ अरुण कुमार वैद्य के निर्देशन में राष्ट्रीय सेवा योजना की ओर से ग्राम पोंगारझोडी में आयोजित सात दिवसीय विशेष शिविर का समापन हुआ।समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में रानी दुर्गावती शासकीय महाविद्यालय परसवाड़ा के जनभागीदारी समिति के अध्यक्ष निरखराम अमूले, सदस्य इशाराम तिल्लासी, सरपंच दिनेश वरकड़े, उपसरपंच भूपेंद्र ऐड़े, वन सुरक्षा समिति के अध्यक्ष उमाशंकर एड़े, माध्यमिक शाला पोंगरझोडी के प्रधान पाठक नरेन्द्र डोंगरवार, गणमान्य नागरिक दयानंद एड़े बतौर विशिष्ट अतिथि के मौजूद रहे।कार्यक्रम की शुरुआत में प्रभातफेरी निकालकर ग्राम भ्रमण किया गया जो बाद में संगोष्ठी और सांस्कृतिक कार्यक्रम में परिवर्तित हो गई। कार्यक्रम का शुभारंभ महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ एल एल घोरमारे, राष्ट्रीय सेवा योजना प्रमुख डॉ अरुण वैद्य, जनभागीदारी समिति के अध्यक्ष निरखराम अमूले, सदस्य इशाराम तिल्लासी, सरपंच दिनेश वरकड़े, उपसरपंच भूपेंद्र ऐड़े, वन सुरक्षा समिति के अध्यक्ष उमाशंकर एड़े, माध्यमिक शाला पोंगरझोडी के प्रधान पाठक नरेन्द्र डोंगरवार, गणमान्य नागरिक दयानंद एड़े द्वारा युवाओं के प्रेरणास्त्रोत् स्वामी विवेकानंद के छाया चित्र के सम्मुख दीप प्रज्वलित कर एनएसएस के आदर्श गीत हम होंगे कामयाब के साथ हुआ।राष्ट्रीय सेवा योजना प्रभारी डॉ अरुण वैद्य ने बताया कि राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई का यह कार्यक्रम सात दिनों तक चला जिसके अंतर्गत स्वयंसेवकों द्वारा गांव में प्रभातफेरी निकाल कर नियमित लोगों को स्वच्छता, शिक्षा और पर्यावरण जागरूकता का संदेश दिया गया। इस दौरान नशा मुक्ति, ट्रैफिक नियमों का पालन, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ और सड़क सुरक्षा जैसे मुद्दों पर नारे लगाकर लोगों को समझाइश दी गई।स्वयंसेवकों द्वारा गांव की नालियों और चौपाल में सफाई अभियान भी चलाया गया।इस समापन समारोह के अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में सम्मिलित जनभागीदारी समिति के अध्यक्ष निरखराम अमूले ने सभी शिविरार्थ प्रगतिशील कार्य के लिए भूरी – भूरी प्रशंसा की। विशिष्ट अतिथि सरपंच दिनेश वरकड़े ने इस सात दिवसीय शिविर के सफल आयोजन के लिए सभी को विशेष रूप से बधाई दी और गांव के विकास के लिए क्या संभावनाएं हो सकती हैं उस पर प्रकाश डाला। वहीं भूपेन्द्र एड़े ने इसके लिए शिक्षा, सहकारिता और नवाचार पर जोर दिया। अपने संबोधन में इशाराम तिल्लासी ने कहा कि शिक्षा ही वह हथियार है जिससे तरक्की की राह पर हम बिना किसी बाधा के पार हो सकते हैं और काफी आगे निकलकर समाज की मुख्यधारा पर खुद को स्थापित कर सकते हैं।कार्यक्रम के दौरान स्वयंसेवक राजा बिसेन ने अपने सात दिवसीय विशेष शिविर के अनुभवों को अतिथियों के साथ साझा किया साथ ही कार्यक्रम अधिकारी डा अरुण कुमार वैद्य ने विगत सात दिनों में किये गये कार्यक्रमों के संदर्भ में विस्तृत जानकारी दी। महाविद्यालय के छात्र छात्राओं ने गीत एवं कविता सुनाते हुए इसके माध्यम से सभी छात्रों को इसी प्रकार स्वयंसेवी बने रहने एवं समाज के कल्याण एवं उत्थान हेतु सदैव कार्य करते रहने की दिशा में प्रोत्साहित तथा प्रेरित किया। महाविद्यालय परसवाड़ा के छात्र हिम्मतसिंह वरकड़े एंड डांस ग्रुप ने मनमोहक सांस्कृतिक प्रस्तुति देकर दर्शकों का मन मोह लिया।राष्ट्रगान एवं भोजन के पश्चात कार्यक्रम में उपस्थित समस्त अतिथिगण, ग्रामीण, छात्र-छात्रा, स्वयंसेवक एवं कार्यक्रम अधिकारियों ने उक्त सात दिवसीय विशेष शिविर का समापन किया गया।इस अवसर पर महाविद्यालय के अधिकारी, कर्मचारी, विद्यार्थी, भूतपूर्व छात्र एवं ग्रामवासी बड़ी संख्या में मौजूद रहे।