आशीष शर्मा दैनिक केसरिया हिंदुस्तान
सनावद-परंपरानुसार इस वर्ष नगर पालिका प्रशासन ने 25 नवंबर से 31 दिसंबर तक के लिए पीरानपीर शीतला माता मेले का प्रशासनिक प्रबंधन किया था। लेकिन मेला स्थल मे नक्शा परिवर्तन और विस्तार की अव्यवस्थाएं में झूले संचालक तथा छोटे दुकानदारों की जद्दोजहद के चलते सरकारी देग आयोजन दिवस 12 दिसंबर तक ही अपने मूल आकार को ले पाया। 14 दिसंबर भगवती जागरण से 21 दिसंबर अखिल भारतीय कवि सम्मेलन दौरान मेले मैं आने वाली नागरिकों की चहल-पहल से दुकानदारों का कारोबार जमने लगा । ऐसे में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन पर सात दिवसीय राजकीय शोक के दायरे में नगर पालिका ने 28 दिसंबर को मेंले का महफिले कव्वाली आयोजन निरस्त कर दिया। वही दूसरी ओर शुक्रवार शनिवार रात से रुक रुक कर तेज माध्यम हो रही बारिश जनजीवन प्रभावित करने के साथ मेला दुकानदारों के लिए भी नुकसानदेह साबित हुई हैं। ऐसे में मेला परिसर में जमा पानी व कीचड़ मेले मे जाने वालो नागरिकों जोश और उत्साह को कम करता नजर आ रहा है।