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पूर्व राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल निर्भय शर्मा के हाथों सुषमा चोरडिया को ‘परम वीरांगना पुरस्कार 2025’महिला सशक्तिकरण के लिए योगदान पर डिफेंस फोर्स लीग और डीआईएफटी फाउंडेशन द्वारा सम्मान

डॉ संजय जोशी, केसरिया हिंदुस्तान

पुणे-सूर्यदत्त एजुकेशन फाउंडेशन की उपाध्यक्ष और सचिव श्रीमती सुषमा संजय चोरडिया को डिफेन्स फ़ोर्स लीग और डीआईएफटी फाउंडेशन द्वारा ‘परम वीरांगना’ राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार का पहला वर्ष था। अरुणाचल प्रदेश और मिजोरम के पूर्व राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल निर्भय शर्मा के हाथों सुषमा चोरडिया को महिला सशक्तिकरण में उनके विशेष योगदान के लिए पदक, प्रमाण पत्र और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। यह कार्यक्रम पिंपरी-चिंचवड़ स्थित साइंस पार्क में आयोजित किया गया, जिसमें प्रमुख वक्ता के रूप में वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. अरविंद नातू, फाउंडेशन के अध्यक्ष नरेश गोल्ला, सेना के अधिकारी, विभिन्न क्षेत्रों के गणमान्य व्यक्ति और सूर्यदत्त के संस्थापक अध्यक्ष प्रो. डॉ. संजय बी. चोरडिया उपस्थित थे।
‘सूर्यदत्त वीमेन एम्पावरमेंट एंड लीडरशिप अकादमी’ की अध्यक्ष सुषमा चोरडिया ने ‘सूर्यदत्त’ के माध्यम से महिला सशक्तिकरण, समग्र शिक्षा, जरूरतमंद लड़कियों को आर्थिक सहायता, ग्रामीण क्षेत्रों की छात्राओं को शिक्षण सामग्री और साइकिल वितरण, वीर माताओं और वीर पत्नियों का सम्मान, शहीद सैनिकों के बच्चों की शिक्षा और वीरांगनाओं को सहयोग जैसे कार्यों में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उनके इस उत्कृष्ट सामाजिक कार्य के लिए उन्हें यह पुरस्कार दिया गया। वे राष्ट्रभक्ति, समर्पण और समाजसेवा के मूल्यों को बढ़ावा देने वाली प्रेरणादायक महिला हैं, जिन्होंने कई महिलाओं को आगे बढ़ने और देश की प्रगति में योगदान देने के लिए प्रेरित किया। इस पुरस्कार से शिक्षा और सामाजिक क्षेत्र से जुड़ी अन्य प्रतिष्ठित हस्तियों को भी सम्मानित किया गया।
उल्लेखनीय है कि सुषमा चोरडिया समाज और वंचितों के उत्थान के लिए सतत प्रयासरत हैं। उनके मार्गदर्शन में सूर्यदत्त एजु-सोशियो कनेक्ट, फूड बैंक, नॉलेज बैंक, क्लोदिंग बैंक और प्रोडक्ट बैंक जैसी विभिन्न स्वयंसेवी परियोजनाएं संचालित हो रही हैं, जो जागरूकता अभियान और जरूरतमंदों को नि:शुल्क शिक्षा प्रदान करती हैं। ‘लर्न व्हाइल अर्न’ योजना के तहत नौकरीपेशा लोगों को उच्च शिक्षा के लिए छात्रवृत्ति, आर्थिक रूप से कमजोर महिलाओं, रेलवे कुलियों, रिक्शा चालकों और अन्य जरूरतमंदों को कौशल विकास, अंग्रेजी भाषा और कंप्यूटर प्रशिक्षण देने के लिए भी उन्हें जाना जाता है। महिला सशक्तिकरण के विभिन्न कार्यक्रमों में उनका योगदान सराहनीय है, जिसमें गांवों में महिलाओं को नि:शुल्क सिलाई मशीन और प्रशिक्षण, बच्चों को नि:शुल्क कपड़े और पौष्टिक भोजन, महिलाओं और अन्य के लिए स्वास्थ्य जांच शिविर और स्वास्थ्य प्रशिक्षण शामिल हैं।इस अवसर पर सुषमा चोरडिया ने अपने संबोधन में कहा, सूर्यदत्त संस्था अपनी स्थापना के बाद से ही विद्यार्थियों को सर्वोत्तम और समग्र शिक्षा प्रदान कर रही है। हम मूल्य-आधारित शिक्षा, ‘कमाओ और सीखो’ जैसी योजनाओं के तहत आर्थिक सहायता और स्टार्टअप को अवसर उपलब्ध करवा रहे हैं। विद्यार्थियों में राष्ट्रभक्ति की भावना को विकसित करना हमारी प्राथमिकता है। हमारे सैनिक सीमाओं पर दिन-रात देश की रक्षा कर रहे हैं, और सूर्यदत्त ने सदैव उनके और उनके परिवारों के प्रति सम्मान भाव रखा है। सेना से जुड़ी संस्था द्वारा मिला यह पुरस्कार भविष्य में शिक्षा और महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में प्रभावी कार्य करने की प्रेरणा देगा।

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