आखिर बढ़ जाती जैसे हालात में किस जगह कर रहे थे 116 मजदूर काम भ्रष्टाचार नहीं तो क्या है इंजीनियर की भूमिका पर संदेह
दैनिक केसरिया हिंदुस्तान रविन्द्र सिंह पवैया
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भिण्ड जिले की गोहद जनपद के ग्राम पंचायत नौनेरा में चल रहे अप्रैल 2024 में 218 मजदूर मई 184 जून 114 जुलाई 101 अगस्त 109 सितम्बर 116 अक्टूम्बर 49 आखिर बारिश के समय में किस जगह मजदूरों ने काम किया जब पानी बरस रहा था खेतों में पानी भरा था और बाढ़ आ रही थी उसे समय मजदूर कहां काम कर रहे थे यह बात सोचने लायक है और प्रशासन के आला अधिकारी मौन इसलिए क्योंकि कमीशन के आड़ में मजदूरों का हक डकार रहें हैं सरपंच जिम्मेदार मोन हम आपको बता दें कि मध्य प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री कद्दावर नेता पहलाद पटेल जैसे मंत्री होने के बावजूद भी जनपद सीईओ और रविंद्र श्रीवास्तव जैसे अधिकारी मिलकर मजदूरों का हक डकार रहे हैं जब हमारी टीम ने ग्रामीणों से चर्चा की अक्टूबर महीने में चल रहे मजदूर आधे से ज्यादा महिलाएं घर पर मिली और जिन व्यक्तियों के नाम मजदूरी लिस्ट सूची में है उन्होंने बताया कि हमारे खेती के पैसे भी इस खाते में आते हैं तो सरपंच से जब मांगने जाते हैं तो कभी आधे पैसे मिल जाते हैं कभी कुछ मिलता है सारे खातों में उन्हीं के मोबाइल नंबर और एटीएम सब सारा कुछ बैंक से अकाउंट खुलवा कर रखे हैं जिसमें वह अपना पैसा निकाल लेते हैं हम लोगों से सिर्फ शासन की योजनाओं को लाभ दिलवाने के नाम पर एक खाते खुलवाए गए थे लेकिन आज हम लोग भी ठगा महसूस कर रहे हैं आरिफ खान जैसे जनपद सीईओ जो कि भ्रष्टाचार पर बिल्कुल मौन होकर रह गए लगातार खबरें प्रकाशित की जा रही हैं लेकिन एक बार भी जनपद सीईओ ने ना तो पंचायत को नोटिस दिया नहीं संबंधित अखबार को कोई जानकारी दी ऐसा व्यतीत होता है कि लाखों रुपए का लेनदेन पंचायत सचिव बबली राठौर के द्वारा सभी को बांटा जाता है जिससे ना तो कोई अधिकारी इन पर प्रशासनिक कार्रवाई करता है देखना यह होगा कि मध्य प्रदेश के भिंड जिले में चर्चित जनपद जिला पंचायत सीईओ क्या इन पर कार्रवाई करेंगे यह बात हम इसलिए कह रहे हैं कि जिला पंचायत सीईओ भिंड के द्वारा कई पंचायत में हुए भ्रष्टाचार से संबंधित कर्मचारियों को बर्दाश्त करने की बात हो या जांच करने की तो परदस्ता रही है ऐसे में गोहद में पदस्थ आरिफ खान जैसे सीईओ जो अपना मोन धारण किए हुए हैं उन पर क्या एक्शन लेते हैं जिला पंचायत सीईओ देखना यह होगा क्या इन पर वसूली होगी या फिर फर्जी कार्या कर मौज करेंगे आखिर सब इंजीनियर का कमीशन घर बैठकर हो जाती है फाइलें 10 से 15 परसेंट फाइलों पर देना होता है कमीशन एक सरपंच ने बताया कि बिना 10 से 15 परसेंट दिए कोई भी एस्टीमेट हमारा पास नहीं होता है ग्राम पंचायत नोनेरा ही एक अकेला पंचायत नहीं झाकरी पंचायत की हम बात करें तो इस पंचायत की कई शिकायतें हो चुकी है लेकिन आज दिनांक तक इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई इसमें भी लगातार मजदूरों की संख्या चल रही है और जमीन पर कोई मजदूर काम करते नहीं देखते हैं कल देखते हैं इनमें जिला पंचायत सीईओ क्या कहते हैं हमारे टीम जिला पंचायत सीईओ भिंड से बात कर आप सभी को अवगत कराएंगे कल के अंक में नया खुलासा