दैनिक केसरिया हिंदुस्तान जिला ब्यूरो बालाघाट दीपक बंशपाल
परसवाड़ा:- विद्युत वितरण केन्द्र परसवाड़ा में मंगलवार 04 मार्च को राष्ट्रीय लाईनमेन दिवस मनाया गया। इस अवसर पर उन सभी लाईनमेनों के कार्य की सराहना की गई, जो अपनी जान जोखिम में डाल कर उपभोक्ताओं को निरंतर सेवाएं प्रदान करते है। इस दौरान विद्युत वितरण केन्द्र परसवाड़ा के कनिष्ठ अभियंता अनिल कुमार गुप्ता ने चर्चा के दौरान बताया कि लाईनमेन दिवस मनाने का उद्देष्य लाईनमेनों के योगदान और बलिदान को सम्मानित करना है, जो बिजली की लाईनों की मरम्मत और रखरखाव के लिए दिन रात मेहनत करते हैं। उन्होने बताया कि लाईनमेन अक्सर खतरनाक परिस्थितियों में काम करते हैं, और अपनी जान जोखिम में डालते हैं ताकि निरंतर बिजली की आपूर्ति को सुनिष्चित किया जा सके।
गौरतलब हो कि फिलहाल जिले में नियमित लाईनमेनों की तुलना में आउटसोर्स भर्ती कर्मचारियों की संख्या ज्यादा है। हालांकि फिर भी ये कर्मचारी पूरी ईमानदारी के साथ अपनी सेवाऐं प्रदान करते हैं। इनकी हर संभव कोषिष होती है कि आमजनमानस को निरंतर बिजली व्यवस्था प्रदाय की जाए, किन्तु कभी परिस्थितियां ऐसी निर्मित हो जाती है कि बिजली व्यवस्था चरमरा जाती है। हालांकि उसका कारण या तो बारिष के दिनों में प्राकृतिक आपदा होती है या फिर वर्षोे से लगे खस्ताहाल बिजली के पोल, इंसूलेटर, तार या फिर अन्य सामान होतें है, लेकिन ऐसी परिस्थिति में लाईनमेन को ही जनता के क्रोध का कोपभाजक बनना पड़ता है। इतना ही नहीं अधिकारियों सहित जनप्रतिनिधियेां की नाराजगी का भी इन्हें षिकार होना पड़ता है। मगर फिर भी ये लाईनमेन अपनी सेवाएं प्रदान करतें है। इसलिए आज राष्ट्रीय लाईनमेन दिवस पर वे सभी लाईन परिचालकों के योगदान और सेवाओं को याद उन्हें सम्मानित करने की आवष्यकता है, ताकि ये और भी दोगुनी उर्जा साथ अपनी सेवाओं को निरंतर प्रदान करते रहें और आम जनमानस को लगातार बिजली की आपूर्ती की जाती रहे।
राष्ट्रीय लाईनमेन दिवस के अवसर पर उपस्थित लाईनमेनों ने समस्त उपभोक्ताओं से अपील करते हुए कहा है कि बिजली के बिलों का भुगतान समय पर प्रतिमाह करें, ताकि बिजली की सेवाओं का लगातार वे लाभ ले सकें। इस दौरान कनिष्ठ अभियंता अनिल कुमार गुप्ता, परि. सहायक यदुनाथ राणा, दिनेष चैके, कार्यालय सहायक साधना भलावी, लाईनमेन धनेन्द्र बघेल, कमलेष सेलोकर, प्रेम सूर्यवंषी, देवेन्द्र माग्रे, संतोष चैधरी, दषेलाल बाहेष्वर, गजेन्द्र पटले, कृष्णा पारधी, अजय मर्सकोले, संजय पटले, भिमेष पटले, लुवेन्द्र गौतम, हेमेन्द्र खरोले, महेन्द्र मसराम, देवेन्द्र राहांगडाले, पंकज पटले, अनिल परते, तरूण धुर्वे, श्याम सुन्दर, अर्जुन यादव सहित समस्त स्टाफ मौजूद रहे।
“लाइनमैन की सुरक्षा कितनी जरुरी, क्या विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड मध्य प्रदेश रखता हैँ सुरक्षा मानको का ध्यान”
विद्युत विभाग में काम करना, और लगातार बिजली के खाम्बो में चढ़कर बिजली आपूर्ति को सही करना, नए कनेक्शन करना, ट्रांसफार्मर इत्यादि कम मेंटेनेंस करना, समय-समय पर समस्त प्रकार के मेंटेनेंस काम की जिम्मेदारी विद्युत विभाग में काम करने वाले लाईनमैनों और उनके सहायको की होती है, हालांकि इस विभाग में विभागीय लापरवाही, एवं सुरक्षा के मानव को का उपयोग न करने के कारण कई बार इस विभाग में काम करने वाले कर्मचारियों को अपनी जान भी देनी पड़ी हैँ.
बिजली कंपनी के ठेकेदारों की सबसे अधिक है जिम्मेदारी –
इस विभाग में काम करने वाले समस्त लाइन परिचालक , लाइनमैन एवं उनके सहायक कर्मियों की सुरक्षा की जिम्मेदारी, उनका जीवन बीमा करने की जिम्मेदारी विभागीय ठेकेदारो की होती हैँ, जोकि अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झड़ते हुए ना ही किसी प्रकार का जीवन बीमा प्रदान करते हैं, और ना ही किसी प्रकार की सुरक्षा मानको से साथ कार्य करने हेतु प्रशिक्षण प्रदान करते हैं जिसे आए दिन इस विभाग में काम करने वाले कर्मचारियों की मौतें होते ही रहती हैं।