दैनिक केसरिया हिंदुस्तान प्रेम सिंह कुशवाहा
बैरसिया -समस्त कुशवाह समाज द्वारा बैरसिया के रैज चौराहे से लेकर बस स्टैंड चौराहे तक सैकड़ों कुशवाह समाज के लोगों द्वारा कैंडल मार्च निकालकर तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा है। मामला बिहार की बेटी स्नेहा सिंह कुशवाह की संदिग्ध स्थिति में मृत्यु का है जिसकी उच्च स्तरीय जांच एवं न्याय दिलाने के लिए प्रदेश भर में कैंडल मार्च निकाला जा रहा है।इसी के तहत आज बैरसिया में केंडल मार्च निकालकर तहसीलदार को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक ग्रह मंत्री अमित शाह के नाम ज्ञापन सौंपा है।हमारी शासन प्रशासन से मांग है कि बेटी स्नेहा कुशवाहा को न्याय मिले उन्होंने कहा कि बिहार की बेटी स्नेहा सिंह कुशवाहा निवासी जिला रोहतास, बिहार, जो कि रामेश्वरम गर्ल्स हॉस्टल, जवाहर नगर, प्लॉट संख्या 160, विस्तार कॉलोनी, भेलपुर, वाराणसी (उत्तर प्रदेश) में रहकर पढ़ाई कर रही थी, उसकी संदिग्ध परिस्थितियों में मृत्यु हो गई।हमनें स्वयं पीड़ित परिवार से बात कर पूरी घटना की जानकारी ली, जिससे यह स्पष्ट होता है कि यह मामला बलात्कार के बाद हत्या का हो सकता है। स्थानीय पुलिस का रवैया इस पूरे प्रकरण में बेहद संवेदनहीन और संदेहास्पद रहा। पुलिस ने पार्थिव शरीर को बिना परिवार की अनुमति के घाट पर पहुंचा दिया और पोस्टमार्टम के बाद भी बेटी का शव परिजनों को नहीं सौंपा। इसके अलावा, मृत छात्रा के परिवार के साथ पुलिस द्वारा दुर्व्यवहार किया गया, जिसके प्रमाण परिवार के पास वीडियो और फोटोग्राफ मौजूद हैं। पुलिस का यह रवैया घटना की निष्पक्ष जांच पर गंभीर प्रश्न खड़े करता है। उन्होंने कहा कि चूंकि यह मामला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी से संबंधित है, और उनके संसदीय क्षेत्र में कुशवाहा समाज बहुत आयात में है। इससे पूरी समाज में आक्रोश की लहर है क्योंकि पूरा कुशवाहा समाज बीजेपी को सपोर्ट करता है। यह और भी ज्यादा चिंता का विषय है कि एक बिहार की बेटी की हत्या की गई, और पुलिस इसे आत्महत्या करार करने में लगी हुई है। हम सब समाजिक जनो की मांग है कि इस केस को CBI या रिटायर्ड न्यायाधीश की टीम गठित कर जांच कराई जाए अथवा पीड़ित परिवार को स्वयं बुलाकर इस दुखद घटना का संज्ञान ले ओर पीड़ित परिवार को न्याय दिलाया जाए। समाज का आरोप है कि पुलिस घटना को दबाने का प्रयास कर रही है।