आशीष शर्मा दैनिक केसरिया हिंदुस्तान
सनावद-विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल द्वारा कुछ दिनों पूर्व गीता ज्ञान गंगा के नाम से रामपाल बाबा द्वारा लिखित पुस्तक बांटी गई थी। इस दौरान लगभग 30 से 35 महिला-पुरुषों को पकड़ा गया था, जिन्हें पुस्तकों में हिंदू धर्म के खिलाफ मानगढ़त बातें प्रचारित करने के लिए प्रेरित किया जा रहा था। इन महिलाओं और पुरुषों को हिंदू धर्म के बारे में गलत और भ्रामक जानकारी देकर उन्हें हिंदू धर्म के खिलाफ विचार अपनाने के लिए मजबूर किया गया था। इसके साथ ही उन्हें पूजा न करने, बिंदी न लगाने, मंगलसूत्र न पहनने और भगवानों को न मानने तक के लिए उकसाया गया था। यह भी बताया गया था कि रामपाल बाबा के अलावा कोई भी भगवान नहीं हैं। इन सारी बातों के प्रचार-प्रसार के लिए इन्हें प्रेरित किया जा रहा था। विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल द्वारा इस मामले में रिपोर्ट दर्ज कराई गई। इसके बाद भटके हुए महिला-पुरुषों ने संगठन के कार्यकताओं से घर वापसी की इच्छा जताई। इसमें 4 महिलाएं और 2 पुरुषों को जिला धमार्चार्य संपर्क प्रमुख पंडित सुशांत भार्गव द्वारा पूर्ण विधि विधान से पूजा और अभिषेक करवाकर हिंदू धर्म में वापसी करवाई गई। इस अवसर पर बजरंग दल के विभाग संयोजक जितेंद्र राठौड़, विभाग सेवा प्रमुख दिलीप सकरोदिया, जिला मंत्री नितिन कर- डक, जिला सहसंयोजक राज तंवर, जिला कोषाध्यक्ष धर्मेंद्र सिंह पवार, अमित यादव, राजु तंवर, लवकुश राठौर, शिवा मौर्या, तिरुपति पांडे, अमन जायसवाल, चिराग लाड सहित अन्य कार्यकर्ता उपस्थित थे।