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मातृ शक्ति संगठन की महिलाओं ने 5 कन्याओं के विवाह कराए, समाजसेवियों का सम्मान किया

मनोज सिंह/जिला ब्यूरो

टीकमगढ़।शहर के नजरबाग प्रांगण में मातृ शक्ति संगठन की महिलाओं ने शुक्रवार को पांच कन्याओं का विवाह कराया। विवाह पंचमी पर वर-वधु दांपत्य जीवन में बंधे। पांच मंडप सजाकर रीति रिवाज के साथ फेरे हुए। आयोजन में बड़ी संख्या में शहर के लोग शामिल होकर विवाह के साक्षी बने। सुबह से वर-वधु पक्ष के लोग नजरबाग प्रांगण पहुंचे। सुबह 11.30 बजे बारात निकाली गई। पांचों दूल्हे बग्घी पर सवार होकर निकले। परिवार के लोग भी बारात में शामिल हुए और नृत्य करते हुए बारात का आनंद लिया। बारात नगर भ्रमण करती हुई नजरबाग पहुंची। महिलाएं पंडाल के बाहर कलश लेकर खड़ी हुई। विधि-विधान के साथ सभी दूल्हों को मंच पर पहुंचाया। इसके बाद मंच पर सभी की मौजूदगी में वर-वधु ने एक-दूसरे को जयमाला पहनाई। कार्यक्रम में आरुष महाराज और सागर महाराज शामिल हुए। वहीं विवेक चतुर्वेदी, अनुराग वर्मा सुमित उपाध्याय, अभिषेक खरे, मानवेंद्र सिंह सहित कई लोगों ने अपने विचार व्यक्त किए। कवि राजेंद्र विदुआ ने भी बुंदेली भाषा में मंच का संचालन किया। सभी ने मिलकर वर-वधु को आशीर्वाद दिया। संगठन की महिलाओं ने बताया कि मातृ शक्ति संगठन की महिलाओं के द्वारा पहली बार कन्या विवाह का आयोजन किया गया। 5 महिलाओं ने संगठन की शुरूआत की थी। जिसमें आज 90 महिलाएं संगठन से जुड़ गई हैं। महिलाओं के द्वारा समाज सेवा के साथ-साथ वृद्धाश्रम का संचालन किया जा रहा है। जिसमें असह्यय बुजुर्गों को रखकर उनकी सेवा की जा रही है। जो अपने – परिवार से बिछड़ गए हैं। इन – महिलाओं ने अपने परिवार के * सहयोग से कन्याओं को सामग्री – भेंट की। उन्होंने कहा कि यह – आयोजन सभी के सहयोग से संभव हो पाया है।
श्रद्धा चौहान ने बताया कि इस आयोजन में टीकमगढ़ के समाजसेवियों के साथ-साथ सिवनी से सीमा चौहान, भोपाल से माधुरी मिश्रा और झांसी से डॉ. साकेत चौरसिया शामिल हुई। इनके द्वारा बड़े स्तर से समाज सेवा की जाती है। सिवनी में सीमा चौहान के द्वारा संगठन बनाकर लोगों की मदद की जाती है। उनके द्वारा शहीद परिवारों का सम्मान किया जाता है। इसी तरह भोपाल से आई माधुरी मिश्रा के द्वारा अपना घर के नाम वृद्धाश्रम का संचालन किया जाता है। जो कई पुरस्कार पा चुकी हैं। इसी तरह झांसी से आई डॉ. साकेत चौरसिया के द्वारा समाज सेवा के बढ़ चढ़कर कार्य किए जाते हैं।

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