शैलेन्द्र चौहान दैनिक केसरिया हिन्दुस्तान
बाड़ी-महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर बाड़ी से 6 किलो दूर दक्षिण में स्थित निम्माकृ आश्रम कांशिया पाटनी मृगनाथ धाम (बाड़ी) में श्रीमद्भागवत कथा एवं यज्ञ जारी है। श्री श्री 1008 महंत श्री हरिदास जी महाराज आशिर्वाद से यज्ञ चल रहा है जिसमें यज्ञाचार्य पंडित प्रदीप दुबे जी मालझिर एवं ब्रह्मा सीताराम उपाध्याय हैं । कथा वाचक श्री श्याम भैया वृंदावन भागवत रस की गंगा बहा रहे हैं वहीं श्री श्याम भैया एवं यज्ञाचार्य पंडित प्रदीप दुबे मालझिर बालों ने पत्रकारों का सम्मान कर आशिर्वाद दिया। विंध्याचल पर्वत श्रृंखला की पावन वादियों में स्थित निम्मार्क आश्रम मृगनाथ धाम सिद्ध साधु संतों की तपोभूमि रहा है। यह अनेक रहस्य रोमांचक पर्यटन स्थानों से भरा पड़ा है। इसी के नजदीक है रहस्यमयी मृगनाथ गुफा,आदि मानव काल से यह गुफा रहस्य और रोमांच से भरी पड़ी है यह गुफा कई किलोमीटर तक जमीन के अंदर तक है । इस गुफा का अंतिम छोर आज तक किसी को नहीं मिला है। कांसिया पाटनी मृगनाथ धाम के संत शिरोमणि महंत श्री हरिदास जी महाराज ने बताया की यह गुफा पुरातन काल से योगियों, ऋषि, मुनियों की साधना स्थली रही है।