दैनिक केसरीया हिंदुस्तान
देवास( शिप्रा)/भोपाल। उत्तरप्रदेश, हिमाचल, उत्तराखंड के बाद देश का हृदय प्रदेश यानी कि मध्यप्रदेश साधु संतों की स्थली है लेकिन राजनीति में संत प्रवृत्ति के साथ जन सेवा की भावना लिए राजनेता कम ही दिखलाई पड़ते है। वैसे मध्यप्रदेश के ग्वालियर चंबल इलाके में दिव्य सरकारों के अपने-अपने धाम है।तो इसी इलाके के “संत प्रवृत्ति”के साथ राजनीति में “संत नेता राकेश शुक्ला “भी पीछे नहीं है। आध्यात्मिक चेतना से लवरेज मध्य प्रदेश सरकार के मंत्री के रूप में जनता जनार्दन की सेवा का भाव लिए राकेश शुक्ला की संत प्रवृत्ति आध्यात्मिक कार्यक्रमों में प्राय: देखने को मिल ही जाती है। मथुरा,वृंदावन की गलिया हो या फिर व्यासपीठ के सम्मान में जो भाव उमड़कर राकेश शुक्ला में आता है। उसे तो बस देखते ही बनता है।
*बचपन से ही मंत्री राकेश शुक्ला देश के मठ मंदिरों में तो जाते ही हैं लेकिन कोई कथा का आयोजन हो। तो वे अपने आप को अपनी इस “संत प्रवृत्ति”से अछूते नहीं रख पाते है।
वैसे मंत्री राकेश शुक्ला को मध्यप्रदेश का जनमानस “हनुमान भक्त” के रूप में जानता है। तो दूसरी ओर उनकी भजन गायकी के चर्चे भी देखते सुनने को मिलते हैं।
रविवार को देवास के पास शिप्रा नदी के उद्गम स्थल पर आयोजित श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन पूज्य देवी सरस्वती के मुखारविंद से चल रहा है। इस आध्यात्मिक कार्यक्रम में मंत्री राकेश शुक्ला एक भक्त की भांति सम्मिलित हुए। उनका कथा मंच पर जाना हुआ। व्यास पीठ से उनको धर्म श्रद्धालुओं से बातचीत का मौका मिला। अमूनन राजनैतिक क्षेत्र में रहने वाला व्यक्ति राजनीति की बात करता है लेकिन इससे विपरीत मंत्री राकेश शुक्ला अपनी संत प्रवृत्ति के कारण धर्म पर ही केंद्रित रहते हैं। राजनीतिक और प्रशासनिक दृष्टि से मंच तो उन्हें उपलब्ध रहते ही है लेकिन आध्यात्मिक सत्संग में वह अपने आराध्य “हनुमान जी” को याद किए बिना नहीं रहते है।जीवन के कुछ क्षणों में उन्हें मंच का माइक जैसे ही मिलता है। तो वह सिर्फ अपने आराध्य की भक्ति में डूब जाते हैं। और फिर सिलसिला शुरू होता है। उनके और हनुमान जी के बीच संवाद का।इस संवाद सेतु में वे मन से हनुमान जी को पुकारने लगते हैं और लगता भी ऐसा है कि स्वयं हनुमान जी ही उनके भजन का आनंद ले रहे हैं।
मंत्री राकेश शुक्ला अपने भजन में शुरुआत इस प्रकार करते हैं कि आध्यात्मिक सत्संग में भजनों का समा बंध जाता है। चौपाई से शुरुआत करते हुए वे भजन गाते हैं कि “मेरी झोपड़ी के भाग्य आज खुल जाएंगे राम आएंगे।”
यहां यह बताना जरूरी होगा कि प्रदेश के मालवांचल में भजन गायकी के लिए मध्य प्रदेश सरकार के एक ओर मंत्री हैं। जिनका नाम कैलाश विजयवर्गीय है। वहीं मालवांचल में मंत्री राकेश शुक्ला की भजन गायकी के चर्चे अब लोगों की जुबान पर आने लगे हैं।