रामगोपाल मिश्रा की बर्बरतापूर्ण हत्या करने वाले कट्टरपंथी हत्यारों को मिले सख्त सजा: राजू आर्य
एटा। पिछले दिनों बाराबंकी में दुर्गा मूर्ति विसर्जन जुलूस के दौरान हुए बवाल पर अपने विचार प्रकट करते हुए एटा के कट्टर हिंदूवादी प्रसिद्ध नेता रंजीत कुमार उर्फ राजू आर्य ने हमारे संवाददाता को विशेष जानकारी देते हुए बताया है कि वर्तमान में प्रदेश के अंदर कुछ शरारती ताकतें सक्रिय रूप से भाजपा की बेहतर एवं लोकप्रिय सरकार को बदनाम करने की कुचेष्टा रचकर अपना राजनैतिक उल्लू सीधा करने की फिराक में प्रदेश को दंगों की आग में झोंकने पर उतारू है। लेकिन माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के रहते उनका यह मंसूबा कभी भी सफल और पूरा नहीं हो सकता है।
राजू आर्य ने आगे कहा है कि कुछ अराजक तत्वों द्वारा उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में योजनाबद्ध तरीके से दंगा फसाद कराने के षड्यंत्र रचे जा रहे हैं जिसके पीछे स्पष्टतय कुछ विपक्षी दलों की सोची समझी रणनीति से इनकार नहीं किया जा सकता। यूपी का माहौल बिगाड़ने की योजना में कुछ विपक्षी दलो के अंदर खाने समर्थक, शासन एवं प्रशासन में कार्यरत अधिकारियों तथा कर्मचारी की लाग लपेट भी कम नहीं आंकी जा सकती। जिसका जीता जागता उदाहरण ऐसी ही संबंधित घटनाओं की पृष्ठभूमि से लिया जा सकता है। जहां भी दंगा फसाद की शुरुआत होती है, वहां पर इस तरह के अधिकारी तथा कर्मचारियों की घोर लापरवाही किसी से छुपी नहीं है। दंगा कराने हेतु षड्यंत्रकारियों द्वारा धार्मिक अनुष्ठानों तथा जुलूस में कुछ चुनिंदा बवाली भेज कर अराजकता शुरू कराई जाती है। इस तरह के नमूने भी दंगा वाले संस्थानों पर देखने को मिलते रहते हैं। उन्होंने यह भी कहा है कि माननीय मुख्यमंत्री जी के निर्देशन में वर्दी के प्रति वफादार पुलिस की सूझबूझ से बाराबंकी के वबाल को समय रहते निपटा दिया गया और शांति व्यवस्था कायम कर ली गई जिससे षड्यंत्रकारियों की योजना पूरी तरह से ध्वस्त हो गई है।
साथ ही बहराइच हिंसा में राजू आर्य ने कहा कि रामगोपाल मिश्रा की हत्या के बाद पोस्टमार्टम से जो रिपोर्ट से खुलासा हुआ उससे साफ हो गया है कि रामगोपाल की हत्या से पहले दंगाईयों ने जमकर बर्बरता की, शॉक और हेमरेज से मौत होने का रिपोर्ट में जिक्र है, रामगोपाल की शरीर पर गोली के 35 छर्रों के निशान, मारने से पहले रामगोपाल मिश्रा को तड़पाया गया, धारदार हथियार से रामगोपाल के शरीर पर वार, पैर के नाखूनों को खींचकर बाहर निकाला गया था, सिर-माथे, हाथ पर धारदार हथियार से हमले के निशान, आंखों के पास किसी नुकीली चीज से हमला किया था।
राजू आर्य ने मुख्यमंत्री से अपील करते हुए कहा है कि दंगाइयों तथा दंगा को प्रायोजित कराने वालों और दंगा को सपोर्ट करने वालों तथा ऐसे मौके पर लापरवाही में लिप्त अधिकारियों व कर्मचारियों के विरुद्ध सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई कर प्रदेश की सुरक्षा व्यवस्था एवं कानून व्यवस्था तथा शांति बहाली सर्वोपरि होनी चाहिए, और दंगाइयों को ऐसा सबक सिखाना चाहिए जिससे ऐसे अराजक तत्व पुनः सोहार्दपूर्ण वातावरण को कलंकित करने की हिम्मत न कर सके।