लाखों पीड़ितों की डूबी हुई जमाराशि को वापसी के लिए प्रदर्शन कर जिलाधिकारी प्रेमरंजन सिंह को सौंपा
केसरिया हिन्दुस्तान मोहित यादव लव
एटा जिले में ठगी पीड़ित जमाकर्ता परिवार के अंतर्गत सत्याग्रह आंदोलन के माध्यम से एक जिलाधिकारी प्रेमरंजन सिंह को सौपा है जिसमें लाखों पीड़ितों की डूबी हुई जमाराशि के भुगतान को दिलाने की मांग की गई हैं।ठगी पीड़ितों द्वारा धरना देते हुए ज्ञापन मे बताया कि संसद ने वर्ष 2019 में देश के ठगी पीडितों को उनकी डूबी हुई जमाराशि के भुगतान की गारंटी देते हुए अनियमित जमा योजनाएं पाबंदी अधिनियम सर्वसम्मति से बनाया था जिसमें केंद्र सरकार और संसद ने ठगी पीडित आवेदकों को 180 दिन में उनकी जमाराशि का दो से तीन गुणा भुगतान करने का वचन दिया था। यह कानून उन तमाम कम्पनीज व सोसाइटीज फर्म निधि नॉन बैंकिंग कम्पनी इत्यादि के निवेशकों के भुगतान के लिए बनाया था जिनका जमाधान उन्हें 21 फरवरी 2019 तक वापस नहीं मिला है। केंद्र और राज्य सरकार ने कानून बन जाने के पांच साल अदालतों ने ठगी पीड़ितों के आवेदनों पर भुगतान करना तो दूर अब तक किसी ठग को नोटिस तक नहीं भेजा है। हमारे संगठन और देश के करोड़ो ठगी पीड़ितों ने प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री को करोड़ों ज्ञापन पत्र दिए हैं लेकिन अधिकारी और मंत्री BadsAct2019 का लगातार उल्लंघन कर रहे हैं। जिसके कारण से लाखों ठगी पीड़ित आत्महत्या कर चुके हैं। गत 1 सितम्बर 2024 से लाखों पीड़ित सैकड़ों स्थानों पर धरने पर बैठे हैं।और लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं।ठगी पीड़ित परिवार संगठन के जिला अधिक प्रेमपाल सिंह ने बताया कि जनपद भर में सितंबर माह से ही धरना प्रदर्शन चल रहा है।लाखों लोग ठगी के शिकार हुए हैं सरकार ने कानून भी बनाया परंतु देश भर लाखों की संख्या में ठगे गए हैं।अथक प्रयासों के बाद भी निवेशकों की जमापूंजी वापस नहीं मिल पाई है।आज डी एम एटा को ज्ञापन सौंपा है और मांग की है कि जल्द ही निवेशकों की धन वापसी कराई जाए अन्यथा देश भर के जमा कर्ता एकत्रित होकर देश की संसद को घेरने का काम करेंगे और चंबल नदी के पानी से धुलाई करेंगे।