दिनेश शुक्ला दैनिक केसरिया हिंदुस्तानी
आलोट-नगर को और विक्रमगढ़ को जोड़ने वाला रेलवे फाटक क्रमांक 21 पर ओवर ब्रिज या अंडर ब्रिज नहीं होने के कारण आम जनों को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इस समस्या से जुझते हुए विक्रमगढ़ वासी वर्षों से ओवरब्रिज या अंडर ब्रिज बनाने की मांग करते आ रहे हैं परंतु प्रशासन है कि उनकी सुनने को तैयार ही नहीं है। जिसके चलते विक्रमगढ़ वासियों को हर समय फाटक बंद की समस्या से जूझना पड़ता है। नगर परिषद के दो वार्ड विक्रमगढ़ में लगते हैं और लगभग सैकड़ो गांव के रहवासी इस फाटक के कारण समस्या ग्रस्त हैं। बावजूद इसके जिम्मेदार इस और कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं कई बार ज्ञापन दिए गए परंतु वह ज्ञापन किस कचरे की पेटी में चले गए यह कोई बताने को तैयार नहीं है। क्षेत्र के सांसद विधायक सहित रेलवे के बड़े अधिकारियों तक को इस समस्या को हल करने के लिए ज्ञापन दिए गए परंतु सिर्फ आश्वासन के अलावा आज तक इस समस्या का कोई हल नहीं ढूंढा गया। कई बार यहां पर फाटक बंद होने की स्थिति के चलते एम्बुलेंस तक फसी रहती है और मरीज को अपनी जान तक गवना पड़जाती है। वही बंद फाटक के कारण हर समय लंबा जाम यहां पर देखने को मिल जाता है दिल्ली मुंबई रूट पर पड़ने वाला यह फाटक नंबर 21 अक्सर गाड़ियों के आवागमन के चलते बंद रहता है। कई कई समय तक लोगों को फाटक खुलने का इंतजार करना पड़ता है। इन समस्याओं को हल करने का अब विक्रमगढ़ वासियों ने ठोस मन बनाया है और इसको लेकर एक बैठक का आयोजन कर आंदोलन की रूपरेखा तैयार की गई है जिसके चलते 6 मार्च को विक्रमगढ़ बंद
करने का आह्वान किया गया एवं फाटक नंबर 21 पर इस समस्या को हल करने के लिए सामूहिक रूप से ज्ञापन देने की रूपरेखा बनाई गई है अब देखना है कि इस फाटक को लेकर प्रशासन अपनी क्या तैयारी करता है और रह वासियों के इस बंद का कितना असर जिम्मेदारों पर पड़ता है यह देखने वाली बात होगी।