नौशाद अहमद कुरैशी दैनिक केसरिया हिंदुस्तान मो. 9977365001
कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट श्री अर्पित वर्मा के निर्देशन में श्योपुर जिले में मनरेगा के तहत 25 गौशालाएं वर्तमान में संचालित है तथा सडक पर बैठने वाले गौवंश एवं अन्य मवेशियों से होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने के लिए प्रशासन द्वारा लगातार प्रयास किये जा रहे है। जिससे दुर्घटनाओ में कमी भी आई है।सीईओ जिला पंचायत श्री अतेन्द्र सिंह गुर्जर ने बताया कि मनरेगा अतंर्गत 43 गौशालाएं स्वीकृत हुई थी, जिनमें से 39 गौशालाओं का कार्य पूर्ण हो गया है, स्वसहायता समूहों एवं पंचायतो के माध्यम से 25 गौशालाओं का सफल संचालन किया जा रहा है। इन गौशालाओं में वर्तमान में 2 हजार 276 निराश्रित गौवंश उपलब्ध है। शेष गौशालाओं के संचालन के लिए प्रक्रिया जारी है। इसके साथ ही गौशाला परिसर में सामुदायिक पोषण वाटिकाएं भी बनाई जा रही है, जिससे गौशाला से जुडी महिलाओं के परिवारों को ताजा सब्जी मिल सकें। उन्होने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र में सडको पर बैठने वाले निराश्रित गौवंश में कमी आई है, इसके लिए पंचायत स्तर पर मुनादी आदि कराते हुए लोगों को जागरूक करने का कार्य किया जा रहा है। उन्होने यह भी बताया कि रात्रि के समय दुर्घटनाएं रोकने के लिए गौवंश एवं अन्य मवेशियों के सिगों पर रेडियम भी लगाये गये है।
नगरपालिका में बैठक आयोजित
कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट श्री अर्पित वर्मा द्वारा दिये गये निर्देशो के अनुसार शहर की सडको पर निराश्रित गौवंश के बैठने के संबंध में आज नगरपालिका परिषद श्योपुर में सीएमओ द्वारा संबंधित अमले की बैठक ली गई। सीएमओ श्री राधेरमण यादव ने बताया कि नगरपालिका क्षेत्र में इस संबंध में मुनादी कराई गई है कि कोई भी व्यक्ति अपने गौवंश एवं अन्य मवेशियों को निराश्रित न छोडे। उन्होेने कहा कि निराश्रित मवेशियों को शहर से बाहर ले जाने की व्यवस्था की जा रही है। इसके साथ ही सडको पर मवेशिया न रहे, इसके लिए संबंधित अमले को जिम्मेदारी भी सौपी जा रही है।