आशीष शर्मा दैनिक केसरिया हिंदुस्तान
सनावद-जहां एक ओर फोरलेन निर्माण के चलते सनावद बड़वाह के बीच सघन ट्रैफिक जाम में पार होने में एक घंटे का समय लगता है। उस पर बड़े वाहन नर्मदा पुल से गुजरकर धड़कने बढ़ा रहे हैं। और पुनासा रेलवे फाटक पर बे बात के लगने वाला जाम बेगानी शादी में अब्दुल्ला दीवाना की कहावत प्रतिदिन चरितार्थ कर रहा है।ट्रेन गुजरने के समय फाटक बंद होने वाले जाम के अलावा यह एक्स्ट्रा मुनाफा है। नागरिक गण परेशानी एवं त्रासदी का भयंकर अतिरिक्त मुनाफा कमा रहे हैं। साथ ही रेलवे फाटक पर रेल विभाग द्वारा दीवार उठाकर बंद करने की चर्चा आमजन में जोरों पर है। सनावद विकास संघर्ष समिति के संयोजक जाकिर हुसैन अमी ने बताया कि पुनासा/ओंकारेश्वर रोड़ संगम रेलवे फाटक पर इनपुन एवं पुनासा रोड़ पर भयंकर ट्रैफिक जाम दोपहर 12.30 से लगा जो शाम चार साढ़े चार बजे टी आई इंद्रेश त्रिपाठी के स्टॉफ के साथ कमान संभालने पर जैसे तैसे सुचारू हो पाया। स्वयं टी आई सिटी बजाकर लम्बी दौड़ के साथ लाइन दुरुस्त कराते नजर आए। एक वाहन जीन के पास खराब होने तथा बड़े डंपर और राखड़ के लंबे चौड़े वाहनों के बीच सैकड़ों अन्य वाहन फंसने से समय बौना नज़र आ रहा था।स्थानीय रहवासियों के साथ सनावद विकास संघर्ष समिति ने रेलवे ओवर ब्रिज एवं फाटक पर लगने वाले जाम से जल्द निजात हेतु आक्रोश के साथ प्रबल मांग .
भारी वाहनों पर सख्ती से रोक की भी मांग
सनावद विकास संघर्ष समिति संयोजक जाकिर हुसैन अमी ने बताया रेलवे ओवरब्रिज व फाटक पर लगने वाले जाम से जल्द निजात के लिए मांग दोहराई है। साथ ही मोरटक्का नर्मदा पुल की स्थिति को देखते हुए बड़े व भारी वाहनों के आवागमन पर सख्ती से रोक लगाने की मांग शासन-प्रशासन से की है। समिति के डॉ. प्रवीण अधिकारी, डॉ. राजेंद्र पलोड, धर्मेंद्र सोलंकी, राजेंद्र मंत्री, प्रणव व्यास व विवेक चौहान ने बताया किसी वाहन के खराब होने व पुल पर जाम की स्थिति में बड़वाह पर कुछ दिन बैरिकेड्स लगाकर इतिश्री कर ली जाती है। बड़वाह में साइड में हो रहा सीमेंटीकरण भी सिर्फ वाहन पार्किंग के काम आ रहा है। वाहनों की बड़ी संख्या में इस मार्ग से गुजरना, इसके बीच बड़े वाहनों का खराब होना और उस जाम में छोटे वाहनों का फंसना वाहन चालकों के लिए बड़ी परेशानी बन रहा है। ऐसी स्थिति में जाम से निजात दिलाने के लिए जल्द से जल्द विकल्पों का उपयोग कर प्रयास करने की जरूरत है।