आशीष शर्मा दैनिक केसरिया हिंदुस्तान
सनावद-निमाड़ के प्रसिद्ध संत सियाराम बाबा पंचतत्व में विलीन हो गए। खरगोन के कसरावद के तेली भट्यान गांव में नर्मदा किनारे उनका अंतिम संस्कार किया गया। साधु-संतों ने उन्हें मुखाग्नि दी। इस दौरान लाखों की संख्या में पहुंचे श्रद्धालुओं ने नम आंखों से उन्हें विदाई दी। सीएम डॉ. मोहन यादव भी अंतिम संस्कार में शामिल हुए।इससे पहले सियाराम बाबा की उनके आश्रम से नर्मदा घाट तक अंतिम यात्रा निकाली गई। इस दौरान श्रद्धालुओं ने जय सियाराम के नारे लगाए। करीब 3 लाख लोगों ने बाबा के अंतिम दर्शन किए। दोपहर करीब 3 बजे सीएम डॉ. मोहन यादव ने आश्रम पहुंचकर बाबा को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने बाबा की समाधि व क्षेत्र को पवित्र और पर्यटन स्थल बनाने की घोषणा की।बता दें कि प्रसिद्ध संत सियाराम बाबा का 110 वर्ष की आयु में निधन हो गया। बाबा ने बुधवार को मोक्षदा एकादशी पर सुबह 6:10 बजे अंतिम सांस ली। बाबा पिछले 10 दिन से निमोनिया से पीड़ित थे। निधन से देशभर में उनके अनुयायियों में शोक की लहर है।मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रभु श्रीराम के अनन्य भक्त, निमाड़ के दिव्य संत पूज्य श्री सियाराम बाबा जी के अवसान पर शोक व्यक्त करते हुए कहा है कि यह संत समाज सहित सम्पूर्ण प्रदेश के लिए अपूरणीय क्षति है। धर्म साधना और मां नर्मदा की सेवा में समर्पित पूज्य सियाराम बाबा ने असंख्य श्रद्धालुओं के जीवन को दिशा प्रदान की। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बाबा महाकाल से पुण्यात्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान प्रदान करने तथा उनके असंख्य अनुयायियों को इस असीम दुःख को सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की है।संत श्री सियाराम बाबा को निमोनिया हो गया था और वे कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के निर्देश पर खरगोन जिला प्रशासन ने बाबा के उपचार की सभी व्यवस्था की थी। बाबा की इच्छा के अनुरूप भट्टयान आश्रम में ही चिकित्सकों की टीम बाबा के स्वास्थ्य पर नजर रखे हुए थी। वयोवृद्ध संत श्री सियाराम बाबा के निधन का समाचार मिलते ही भक्तजन सुबह से ही बड़ी संख्या में बाबा के अंतिम दर्शन के लिए भट्टयान आश्रम पहुंचने लगे थे।इस अवसर पर सांसद श्री गजेंद्र सिंह पटेल, संगठन मंत्री श्री हितानंद शर्मा, कलेक्टर श्री कर्मवीर शर्मा, पुलिस अधीक्षक श्री धर्मराज मीणा भी उपस्थित थे।