विकास यादव/आशीष शर्मा दैनिक केसरिया हिन्दुस्तान
Denik kesariya Hindustan
शासन द्वारा घोषित पवित्र नगरी में अवैध शराब धड़ल्ले से बिक रही है। शराब माफिया बेरोकटोक शराब का परिवहन कर रहा है। समीपस्थ ग्राम पिपल्या की दुकान से विदेशी शराब व ग्राम चोली की दुकान से देशी शराब का परिवहन बिना रोकटोक नगर के समीप कॉलोनी में बने गोदाम में किया जा रहा है। वहां से ऑर्डर के हिसाब से शराब के ब्रांड्स दुकानों पर उपलब्ध कराए जा रहे हैं। उधर नगर की प्रतिष्ठित कॉलोनी के एक मकान में सर्वसुविधा के साथ शराब परोसी जा रही है। वहीं आसपास के क्षेत्रों में भी यह अवैध कारोबार फल-फूल रहा है। नगर से गुजरने वाले धामनोद-बड़वाह मार्ग के विभिन्न ढाबों पर अवैध रूप से शराब बेची जा रही है। सूत्रों की माने तो इन ढाबों से शराब की बिक्री शराब ठेकेदार के नुमाइंदे ही करवा रहे हैं।
बाइक होता है शराब का परिवहन
एजेंट द्वारा नगर की विभिन्न दुकान जहां से शराब की बिक्री की जा रही है, उन्हें एक डायरी उपलब्ध करवाई गई है, जिस पर प्रतिदिन शराब का हिसाब किताब रखा जाता है। इन सभी दुकानदारों व ढाबों पर शराब का परिवहन बाइक से किया जाता है। नगर सहित आसपास के गांवों में शराब की सप्लाई की जा रही है। मंडलेश्वर के आस पास ग्रामीण क्षेत्रो मे बैखोफ शराब ठेकेदार के द्वारा वाहन से शराब लेजाते अपने जो दुकानेदार व घर पर शराब देते दिखाई देते है शराब ठेकेदार की दादागीरी से खुले आम शराब कारोबार चला रहे है शासन प्रसाशन आँखे बंद करके बैठा है इसके पहले राजनेता ने पवित्र नगरी अवैध शराब कारोबार पर कडी से कडी कारवाई होगी पर ऐसा तो नही हुआ उसका उलटा हो गया शराब ठेकेदार अपनी मनमानी तरीके से शराब कारोबार चला रहे है ग्रामीण क्षेत्रो मे अपने मनमानी से शराब ठेकेदार अवैध रूप से ग्रामीण क्षेत्रो मे अपने वाहनो से शराब सप्लाय करते नजर आते है पवित्र नगरी होने के बाद भी किसी राजनेता की भी नही चल पाई शराब ठेकेदार बहुत ही आगे तक पहुंच बनी हुई है कब पवित्र नगरी मे शराब ठेकेदार की मनमानी अधिकारी के सामने अपनी दादागीरी दिख रही है जब भो तो शराब ठेकेदार खुले आम शराब वाहन पर लेजाते नजर आ रहे है
इससे पहले भी मार्च 2017 में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घोषणा की थी कि 1 अप्रैल 2017 से नर्मदा तट के पांच किलोमीटर की परिधि में सभी शराब की दुकानें बंद कर दी जाएंगी।
चौहान ने कहा, ”1 अप्रैल से नर्मदा नदी के किनारे पांच किलोमीटर के भीतर सभी शराब की दुकानें बंद कर दी जाएंगी।” इस बीच, इस घोषणा की अनदेखी करते हुए, शराब तस्करों और स्थानीय आबकारी विभाग और पुलिस के बीच सांठगांठ के कारण अवैध कारोबार जारी है।
इसी कड़ी में हमने अधिकारियों से बात करना चाहिए तो फोन रिसीव नहीं करते अधिकारी
नर्मदा के तटों पर बसे महेश्वर-मंडलेश्वर तीर्थ क्षेत्रों में अवैध शराब बिक्री को लेकर विधायक राजकुमार मेव आहत है। उनका कहना है कि प्रशासनिक अमला शराब माफियाओं पर अंकुश नहीं लगा पा रहा है। उन्होंने मीडिया के सामने मंडलेश्वर में अपनी बात रखी। प्रशासन की कमजोरी व पवित्र नगरी में शराब बिक्री की पीड़ा विधायक के चेहरे पर दिखी यह बात विधायक निधि कहीं पर इसका कोई प्रभाव अभी तक नहीं पड़ा पर खुलेआम व्यापार का परिवहन हो रहा है और खुलेआम ढाबो पर बिक रही है।