दैनिक केसरिया हिंदुस्तान ब्यूरो रिपोर्ट
रीवा-स्टिंग ऑपरेशन में बड़ा खुलासा – सिर्फ ₹14,000 में अबॉर्शन की डील! झोलाछाप महिला डॉक्टर ने की अबॉर्शन की खुली बात 600 बीमारियों की एक ही इलाज डॉक्टर जयप्रकाश हमारे देश में हर बीमारी के अलग-अलग डॉक्टर होते हैं लेकिन यह झोला छाप डॉक्टर 600 बीमारियों का अकेला खुद इलाज करता है और जब इसकी झोला छाप बीवी हमारे अंडर कवर रिपोर्टर के कैमरे में कैद हुई तब पता चला कितना खिलौना कृत्य करती है यह महिला मध्य प्रदेश सरकार ने अवैध गर्भपात (अबॉर्शन) पर सख्त रोक लगा रखी है, लेकिन रीवा जिले में यह गोरखधंधा धड़ल्ले से चल रहा है। ‘सौगंध धरा’ की अंडरकवर टीम ने जब इस काले कारोबार की तह तक जाने की कोशिश की, तो चौंकाने वाला सच सामने आया।
कहां हुआ खुलासा
रीवा जिले के रायपुर तहसील अंतर्गत रामपुरवा हटवा गांव में डॉ. जयप्रकाश नामक डॉक्टर अपनी क्लीनिक चला रहा है। जब हमारी अंडरकवर रिपोर्टर ने वहां पहुंचकर जानकारी लेनी चाही, तो जो सच सामने आया, वह बेहद डराने वाला था।
₹20,000 का सौदा सिर्फ ₹14,000 में!
डॉ. जयप्रकाश खुद क्लीनिक में मौजूद नहीं थे, लेकिन उनकी पत्नी वहां पर “डील” करने के लिए तैयार थीं। बातचीत में उन्होंने साफ कहा—
> “वैसे तो ₹20,000 लेती हूं, लेकिन आपसे ₹14,000 ही लूंगी और आपका काम हो जाएगा।”
रिपोर्टर को देखकर शक होने पर डॉक्टर की पत्नी ने महिला मरीज (जो अबॉर्शन करवाना चाहती थी) से फोन पर बात की। लेकिन रिपोर्टर पहले से ही तैयार थे!
महिला रिपोर्टर ने जब खुद डॉक्टर से बात की, तो उन्होंने बेझिझक कहा—
> “सुबह से टाइम देना पड़ेगा, नॉर्मल हो जाएगा, कोई दर्द नहीं होगा। ₹14,000 में पूरा इलाज और दवाइयां मिलेंगी।”
स्वास्थ्य विभाग की आंखें बंद!
हाल ही में संजीवनी हॉस्पिटल के तिवारी का स्टिंग ऑपरेशन हुआ था, जो शहर में अवैध अबॉर्शन का बड़ा सरगना था।
इसके बाद रीवा सीएमएचओ ने आनन-फानन में जांच कमेटी गठित की, लेकिन कार्रवाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति हुई।
जब स्वास्थ्य मंत्री के जिले में ही हो रहा अवैध अबॉर्शन, तो कैसे बचेगी बेटियां?
मध्य प्रदेश के उपमुख्यमंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री राजेंद्र शुक्ला स्वयं रीवा जिले से हैं। जब उनके ही जिले में बेटियों को गर्भ में मारा जा रहा है, तो कैसे सफल होगा—
“बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” का नारा?
क्या कार्रवाई होगी या सब सेटिंग कर लेंगे?
अब सवाल उठता है—
✔️ क्या डॉ. जयप्रकाश के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी?
✔️ या फिर वह किसी नेता-मंत्री की शरण में जाकर बच निकलेंगे?
✔️ क्या स्वास्थ्य विभाग के कुछ भ्रष्ट अधिकारी पैसे खाकर इस गंदे धंधे को अनदेखा करते रहेंगे?
‘सौगंध धरा’ की पत्रकारिता का धर्म – सच उजागर करना!
हमारा उद्देश्य किसी की छवि खराब करना नहीं, बल्कि समाज में हो रहे इस अमानवीय अपराध को उजागर करना है।
अब देखना यह है कि—
“क्या प्रशासन इस बार नींद से जागेगा, या फिर भ्रष्टाचार की चादर ओढ़कर सोता रहेगा?”