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बाबा श्रीमहाकाल द्वारा आशीर्वादित ज्योतिष एक दिव्य विद्या : डॉ दिनेश गुरुजी,अयोध्या में ज्योतिष आध्यात्मिक संगोष्ठी व टॉक शो 2025 संपन्न,अंतर्राष्ट्रीय वैदिक ज्योतिष महासंघ द्वारा प्रवीग टेंट सिटी सरयू में हुआ आयोजन

डॉ संजय जोशी दैनिक केसरिया हिंदुस्तान

अयोध्या-अंतर्राष्ट्रीय वैदिक ज्योतिष महासंघ (आईवीएएफ) द्वारा आयोजित अयोध्या में ज्योतिष आध्यात्मिक संगोष्ठी–2025 सफलता पूर्वक संपन्न हुई। इस संगोष्ठी और टॉक शो का उद्देश्य भारतीय ज्योतिष, महिला सशक्तिकरण, वैदिक पर्यटन और सांस्कृतिक एकता के महत्व पर महत्वपूर्ण चर्चा करना था। संगोष्ठी में भारतीय वैदिक ज्योतिष के भविष्य, उसके आधुनिक समय में भूमिका और सनातन धर्म से जुड़ी ज्योतिषीय अवधारणाओं पर गहन विचार-विमर्श किया गया। साथ ही भारतीय संस्कृति, विशेष रूप से वैदिक ज्योतिष, को वैश्विक स्तर पर पुनः स्थापित करने तथा उसे वर्तमान समय में प्रासंगिक बनाने पर भी संवाद हुआ। आईवीएएफ के सहायक निदेशक डॉ. मनीष पांडे ने बताया कि कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि उज्जैन श्री महाकालेश्वर मंदिर से पुजारी डॉ दिनेश गुरुजी ने कहा कि अनंत कोटि ब्रह्माण्ड नायक देवाधिदेव बाबा श्रीमहाकाल द्वारा आशीर्वादित ज्योतिष एक दिव्य विद्या है, जो जीवन के हर क्षेत्र में मार्गदर्शन प्रदान करती है। उन्होंने कहा कि ज्योतिष केवल भविष्यवाणी नहीं, बल्कि यह आत्मज्ञान और आत्मनिर्भरता की ओर भी मार्गदर्शन करता है। श्रीअयोध्या धाम से पीठाधीश्वर प्रभाकर दत्त शुक्ला महाराज ने सनातन धर्म को जीवन के हर पहलू को संतुलित करने वाला बताया। उन्होंने जीवन में सच्चाई, धर्म, और नैतिकता के पालन की आवश्यकता पर भी बल दिया। उनका कहना था कि धर्म का पालन ही व्यक्ति को आत्मा की उन्नति और परमात्मा के समीप लाता है। इससे पूर्व दीप प्रज्वलित कर शुरु हुए प्रोग्राम में आईवीएएफ की अध्यक्ष दिव्या हरीश पिल्लई ने सभी का स्वागत किया। डॉ मनीष पांडे ने बताया संगोष्ठी में वैदिक ज्योतिष के सिद्धांतों की सटीकता और भविष्य में इसके उपयोग की नई दिशा पर चर्चा तथा वैदिक ज्योतिष को आज के डिजिटल युग में कैसे लागू किया जा सकता है, इस पर विचार किया गया और यह किस तरह से भविष्य पीढ़ियों की मदद कर सकता है, इस पर सकारात्मक संवाद हुआ। उन्होंने बताया कि विशिष्ट अतिथियों में एमपी में गुना से युवराज राजोरिया, कोलकाता से आचार्य दयानंद शास्त्री, पुणे से एस्ट्रो जर्नलिस्ट आचार्य डॉ संजय, राजनाथ झा, स्मिता मीनाक्षी शर्मा सहित सम्मेलन में भारत के विभिन्न हिस्सों से प्रतिष्ठित ज्योतिषियों की उपस्थिति रही। इस दौरान मनोजा लेंका व मंथा सूर्य नारायण सरना ने वैदिक ज्योतिष और सनातन धर्म के संबंध पर प्रकाश डाला। डॉ पांडे ने बताया कि डॉ नीलाद्री बसु ने महाविद्या पर अपने दृष्टिकोण साझा किए। प्रोफेसर कृष्णकांत शर्मा व पुणे से अवधूत शास्त्री ने वास्तु के महत्व पर चर्चा की। प्रमुख कॉर्पोरेट ट्रेनर और ज्योतिषी डॉ. दिलीप झुंझुनवाला ने समय, स्थान और काले जादू और सफेद जादू के बीच अंतर पर बात की। टैरो कार्ड्स रीडर स्मिता नीता कपूर ने महिला सशक्तिकरण के उपायों पर व टैरो कार्ड्स के महत्व पर प्रकाश डाला। डॉ मनीष के मुताबिक इस दौरान अयोध्या को एक धार्मिक केंद्र के रूप में वैदिक पर्यटन के हब के रूप में प्रस्तुत करने की दिशा में अर्थात् पर्यटन को बढ़ावा देने तथा सांस्कृतिक एकता पर भी संवाद हुआ। अतिथिवृंद द्वारा मनीष जोशी की पुस्तक “व्हाई मी” का विमोचन हुआ। सभी का आभार दिव्या हरीश ने जताया।

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