दैनिक केसरिया हिंदुस्तान
सिंगरौली-पूर्व निर्धारित कार्यक्रम अर्धनग्न प्रदर्शन को बंद कर सामान्य तरीके से पहुंचे देवेंद्र पाठक घनश्याम पाठक रमाशंकर शुक्ल व दया निधान चौबे बैढ़न जनपद अध्यक्ष सविता सिंह कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक के नाम अपर कलेक्टर पी के सेनगुप्ता व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शिवकुमार वर्मा को सौंपा ज्ञापन कहा 15 दिवस के अंदर उनकी समस्याओं का नहीं होगा निदान तो भोपाल पहुंच कर वल्लभ भवन के सामने करूंगा धरना प्रदर्शन देवेंद्र पाठक ने कहा इस जिले में भू अर्जन एक्ट नहीं अधिकारियों के सहयोग से चल रहा कंपनी एक्ट पुलिस हमारे दुश्मन नहीं पुलिस हमारे भाई कंपनी करती है पुलिस को आगे एंकर विजुअल सिंगरौली जिले में ई एम आई एल बंधा कोल ब्लॉक के नाम से कोल ब्लॉक आवंटन है जिसमें ,,बंधा, पचौर, तेंदुहा ,,पिड़रवाह,,देवरी, नाम से 5 ग्राम आवंटित है इस कंपनी ने पहले 2021-22 में लोगों की परिसंपत्तियों का नाप जोख कराया था लेकिन 3 साल बाद कंपनी के अधिकारी कह रहे हैं कि 3000 से ज्यादा मकान फर्जी हैं 2013 भू अर्जन का सही ढंग से पालन करने के लिए लगातार इस मुद्दे पर धरना प्रदर्शन बंधा सरपंच देवेंद्र पाठक के नेतृत्व में लोग कर रहे हैं पहले बंधा में जल सत्याग्रह हुआ था , उसके बाद अर्धनग्न प्रदर्शन की विस्थापितों ने आज घोषणा की थी लेकिन आज जिला मुख्यालय स्थित कलेक्ट्रेट कार्यालय में विस्थापित शांति तरीके से पहुंचे व सिंगरौली पुलिस अधीक्षक मनीष खत्री व सिंगरौली कलेक्टर चंद्रशेखर शुक्ला के नाम अपर कलेक्टर पी के सेन गुप्ता व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शिवकुमार वर्मा को ज्ञापन सौंपा इस ज्ञापन के समय वरिष्ठ समाज सेवी घनश्याम पाठक रमाशंकर शुक्ला दया निधान चौबे,, बैढ़न जनपद अध्यक्ष सविता सिंह, हिमांशु पाठक ,अनिल कुमार ,जमुना वैश्य सरपंच पचौर मुन्नीलाल कोल दिनकर गुर्जर सुखेंद्र गुर्जर दिनेश वैश मोहनलाल शाह ,सहित सैकड़ो विस्थापित उपस्थित रहे देवेंद्र पाठक ने फिर दोहराया और कहा कि इस जिले में भूर्जन एक्ट नहीं चल रहा यहां कंपनी एक्ट चल रहा है भू अर्जन एक्ट 2013 का पालन इस जिले की कंपनियां नहीं कर रही है जिला प्रशासन के अधिकारियों के सहयोग से यह कंपनियां मनमानी कर रही हैं देवेंद्र पाठक ने अपने ज्ञापन में मांग की है यदि 15, दिवस के अंदर हम विस्थापितों की समस्या का निपटारा नहीं किया जाएगा तो, हम लोग भोपाल पहुंच कर वल्लभ भवन के सामने तब तक धरना प्रदर्शन करेंगे जब तक हम लोगों की मांगे पूरी नहीं हो जाएगी वही देवेंद्र पाठक ने कहा कि कंपनियां विस्थापितों के धरना प्रदर्शन के समय,पुलिस को आगे करती हैं जबकि पुलिस हमारे भाई हैं पुलिस वालों से हम नहीं लड़ना चाहते जिस समय यह नाप जोख हुआ था तो उस समय तीन एसडीम सहित आधा दर्जन से ज्यादा थाना प्रभारी उपस्थित रहे यदि 3000 मकान गलत ढंग से दर्ज हो गया है तो पूर्व पुलिस अधिकारियों व एसडीएम के खिलाफ कार्यवाही होना चाहिए कि क्यों उन्होंने ऐसा क्यों 3000 से ज्यादा मकान दर्ज होने दिया