Digital Griot

कुपोषण की बीमारी ने ऐसा जकड़ा की 18 माह के शिवा के हड्डियों से चिपक गई चमड़ी। जिला अस्पताल एनआरसी में भर्ती। 

भूपेंद्र सिंह दैनिक केसरिया हिंदुस्तान

सतना-शायद इसके पहले सतना महिला बाल विकास विभाग व स्वास्थ्य विभाग का मैदानी अमला सतत निगरानी रखता तो शायद बच्चे की यह स्थिति नही होती।
कई वर्षो से सतना मे जमे महिला बाल विकास के जिम्मेदार अधिकारी केवल सोशल मीडिया में वाहवाही लूटने में माहिर है,
उनके द्वारा केवल ऐसे कार्यक्रम किए जाते हैं जिनमें जिलाधिकारी खुश हो, व उनकी तत्परता कार्यशैली को अच्छा देख सकें। जैसे ही जिले में नए जिलाधिकारी आते हैं वह खुद को अच्छा दिखने उनके सामने खुद को अच्छा साबित करने विभिन्न कार्यक्रम/विभिन्न योजनाएं बनाई जाती हैं, जो केवल अधिकारियों को दिखती हैं जमीन स्तर पर नहीं,
सालों से वरिष्ठ अधिकारियों को दिखाने के लिए महिला बाल विकास के जिम्मेदार अधिकारी द्वारा केवल सोसल मीडिया मे वाहवाही कार्यक्रम चलाया जाता है। जिससे उनकी कार्य क्षमता व कार्यशैली वरिष्ठ अधिकारियों को दिख सके।

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